हावड़ा, 24 अक्टूबर (Udaipur Kiran) । हावड़ा जिले के उलूबेड़िया अस्पताल में एक जूनियर महिला डॉक्टर के साथ मारपीट और बलात्कार की धमकी देने की घटना के विरोध में शुक्रवार को अस्पताल के सीनियर रेजिडेंट डॉक्टरों ने ‘पेन डाउन’ आंदोलन शुरू किया। यह आंदोलन सुबह नौ बजे से दोपहर दो बजे तक चला।
इस दौरान डॉक्टरों ने साफ किया कि वे आपातकाल और बाह्य रोगी विभाग (ओपीडी) में कोई ड्यूटी नहीं करेंगे। हालांकि, अस्पताल की सामान्य सेवाएं प्रभावित न हों, इसके लिए सीनियर डॉक्टर और इंटर्न डॉक्टर अपनी ड्यूटी करते रहे।
अस्पताल सूत्रों के अनुसार, उलूबेड़िया अस्पताल में फिलहाल 70 से अधिक जूनियर और सीनियर रेजिडेंट डॉक्टर कार्यरत हैं। सभी डॉक्टरों ने पीड़िता के समर्थन में 11 सूत्री मांगें रखी हैं।
उनकी प्रमुख मांगों में अस्पताल में सुरक्षा व्यवस्था को मजबूत करना, आरोपित अस्थायी होमगार्ड को तत्काल बर्खास्त करना, अस्पताल की पुलिस चौकी में अतिरिक्त पुलिसकर्मियों की तैनाती, वार्डों और लिफ्ट के पास पैनिक बटन लगाना, मरीज के साथ केवल एक परिजन को वार्ड में प्रवेश की अनुमति देना, और सभी कर्मचारियों के लिए सहचित्र पहचान पत्र (आईडी कार्ड) अनिवार्य करना शामिल हैं।
डॉक्टरों का कहना है कि अगर इन मांगों को जल्द पूरा नहीं किया गया, तो वे आंदोलन को आगे बढ़ाने पर विचार करेंगे।
इस बीच, अस्पताल प्रशासन ने बताया कि सुरक्षा बढ़ाने के लिए कदम उठाए जा रहे हैं। अस्पताल के कार्यवाहक मेडिकल सुपर और वाइस प्रिंसिपल सुबीर मजूमदार ने कहा, “हम पुलिस जांच से संतुष्ट हैं। अस्पताल की सुरक्षा व्यवस्था को और सुदृढ़ करने के लिए आवश्यक कदम उठाए जा रहे हैं।”
घटना के बाद अस्पताल परिसर में तनाव का माहौल है। पूरे राज्य के स्वास्थ्यकर्मी इस घटना की निंदा कर रहे हैं और पीड़ित डॉक्टर को न्याय दिलाने की मांग कर रहे हैं।
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(Udaipur Kiran) / धनंजय पाण्डेय