
औरैया, 24 अक्टूबर (Udaipur Kiran) । उत्तर प्रदेश में औरैया जिले के जिलाधिकारी डॉ. इंद्रमणि त्रिपाठी ने शुक्रवार को कलेक्ट्रेट कार्यालय में ज़ूम मीटिंग की। इसमे विभिन्न विभागीय कार्यों और मामलों की समीक्षा की गई। जिलाधिकारी ने अनुपस्थित पाए गए कई विभागीय अधिकारियों का एक दिन का वेतन रोकने के आदेश दिए।
जिलाधिकारी ने अपने आदेश में कहा कि अधिकारी एवं कर्मचारी समय से कार्यालय में उपस्थित रहें, क्योंकि उनकी देरी से विभागीय कार्यों में विलंब होता है। इससे शासन की योजनाओं की प्रगति पर नकारात्मक प्रभाव पड़ता है। उन्होंने चेतावनी दी कि भविष्य में यदि ऐसी पुनरावृत्ति हुई तो संबंधित के विरुद्ध कठोर कार्रवाई की जाएगी।
जिलाधिकारी ने कहा कि जब अधिकारी स्वयं समय पर नहीं पहुंचेंगे तो अधीनस्थ कर्मचारी भी मनमानी करेंगे। प्रकरणों के निस्तारण में देरी होगी। जिले की प्रगति व रैंकिंग प्रभावित होगी। उन्होंने सभी अधिकारियों को निर्देशित किया कि कार्यालय में समय से उपस्थित होकर अपने विभागीय कार्यों एवं पटल संबंधी मामलों का गुणवत्तापूर्ण और समयबद्ध निस्तारण सुनिश्चित करें।
जूम मीटिंग के दौरान जो अधिकारी अनुपस्थित पाए गए उनमें जिला समाज कल्याण अधिकारी, सहायक विकास अधिकारी सहार, खाद्य सुरक्षा एवं औषधि प्रशासन अधिकारी, ड्रग इंस्पेक्टर, एआईजी स्टांप, अधिशासी अभियंता नलकूप, जिला कार्यक्रम अधिकारी, जिला खान अधिकारी, अधिशासी अभियंता विद्युत दिबियापुर, एबीएसए औरैया, सीडीपीओ औरैया, अछल्दा, एरवाकटरा, जिला प्रोबेशन अधिकारी और जिला उद्यान अधिकारी शामिल रहे।
जिलाधिकारी ने सभी विभागों को निर्देशित किया कि आज प्राप्त सभी मामलों का 29 अक्टूबर तक गुणवत्ता के साथ संतुष्टपूर्ण निस्तारण करें ताकि कोई भी प्रकरण डिफाल्टर की श्रेणी में न आए। उन्होंने सीएम डैशबोर्ड पर दर्ज प्रकरणों में भी वांछित प्रगति लाने के निर्देश देते हुए कहा कि सभी अधिकारी अपने विभागीय कार्यों को तेजी और गुणवत्ता के साथ पूर्ण करें, जिससे जिले की रैंकिंग में निरंतर सुधार सुनिश्चित हो सके।————
(Udaipur Kiran) कुमार