
गोपालगंज, 24 अक्टूबर (Udaipur Kiran) ।बिहार विधानसभा चुनाव के बीच जिले से एक बड़ा राजनीतिक घटनाक्रम सामने आया है। भाजपा के वरिष्ठ नेता और पूर्व जिला अध्यक्ष अनूप लाल श्रीवास्तव ने पार्टी से नाराज होकर बगावत का बिगुल फूंक दिया है। टिकट नहीं मिलने से क्षुब्ध अनूप लाल ने निर्दलीय उम्मीदवार के रूप में नामांकन कर भाजपा नेतृत्व को सकते में डाल दिया था। अब उन्होंने जनसुराज पार्टी का दामन थाम कर सियासी समीकरण पूरी तरह बदल दिए हैं।
शुक्रवार को जनसुराज के संस्थापक प्रशांत किशोर ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर अनूप लाल श्रीवास्तव को अंगवस्त्र पहनाकर पार्टी में औपचारिक रूप से शामिल किया। इस मौके पर पीके ने कहा कि भाजपा गोपालगंज में जनता की उम्मीदों को लूट रही है, लेकिन अब जनसुराज जनता की आवाज बनेगा। उन्होंने कहा कि भाजपा के मंसूबे पर पानी फेर दिया जाएगा, क्योंकि यहां जनसुराज के साथ जनता खड़ी है। अनूप लाल श्रीवास्तव ने भाजपा में अपने 40 साल के लंबे राजनीतिक सफर की याद दिलाते हुए कहा कि उन्होंने पार्टी के प्रति हमेशा निष्ठा और समर्पण दिखाया, लेकिन आज विचारधारा से अधिक अवसरवादिता हावी हो चुकी है। उन्होंने कहा कि मैं भाजपा के सभी पदों और प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा देता हूं। अब मैं जनसुराज के माध्यम से जनता की सेवा करूंगा। सूत्रों के अनुसार, श्रीवास्तव भाजपा के पुराने और संगठननिष्ठ नेता माने जाते हैं, जिन्होंने पार्टी के जिला स्तर पर कई महत्वपूर्ण पदों की जिम्मेदारी संभाली थी। गृह मंत्री अमित शाह के बुलावे पर उन्हें मनाने की कोशिश भी की गई थी, लेकिन बात नहीं बनी। अंततः उन्होंने जनसुराज के साथ नई राह चुन ली। हाल ही में गोपालगंज विधानसभा से जनसुराज प्रत्याशी डॉ. शशि शेखर सिन्हा ने अपना नामांकन वापस ले लिया था। ऐसे में पार्टी को एक प्रभावशाली स्थानीय चेहरा तलाशने की जरूरत थी, जो अनूप लाल श्रीवास्तव के रूप में पूरी हो गई।
जनसुराज के स्थानीय नेताओं का कहना है कि जिले के भाजपा कार्यकर्ताओं का बड़ा वर्ग अनूप लाल के साथ है। जिला भाजपा के अधिकांश वरिष्ठ नेता परोक्ष रूप से श्रीवास्तव जी का समर्थन कर रहे हैं। चुनाव परिणाम निश्चित रूप से चौंकाने वाला होगा। जनसुराज प्रमुख प्रशांत किशोर ने कहा कि जनता परिवर्तन चाहती है, और गोपालगंज से इसकी शुरुआत होगी। हम विकास और पारदर्शिता की राजनीति करेंगे।
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(Udaipur Kiran) / Akhilanand Mishra