Assam

चाय जनजाति के चार लाख लोगों को भूमि पट्टा वितरण को मिली कैबिनेट की मंजूरी

असम कैबिनेट

– असम सरकार की कैबिनेट बैठक में कई महत्वपूर्ण निर्णय, मुख्यमंत्री डॉ. हिमंत बिस्व सरमा ने दी जानकारी

गुवाहाटी, 23 अक्टूबर (Udaipur Kiran News) । असम सरकार की आज हुई कैबिनेट बैठक के बाद मुख्यमंत्री डॉ. हिमंत बिस्व सरमा ने संवाददाता सम्मेलन में कई अहम निर्णयों की जानकारी दी। मुख्यमंत्री ने बताया कि कैबिनेट ने राज्य के विभिन्न मुद्दों पर व्यापक चर्चा की और कई ऐतिहासिक फैसले लिए हैं।

मुख्यमंत्री ने बताया कि 25 नवंबर से विधानसभा सत्र आरंभ होगा, जिसमें कई महत्वपूर्ण विधेयक प्रस्तुत किए जाएंगे।

शिक्षकों के तबादले से जुड़ा एक बड़ा निर्णय लेते हुए सरकार ने कहा कि अब महिला शिक्षिकाएं 10 वर्षों के बजाय 5 वर्षों के बाद स्थानांतरण का आवेदन कर सकेंगी, जबकि पुरुष शिक्षक 10 वर्षों के बजाय 7 वर्षों के बाद आवेदन दे पाएंगे।

जनजातीय समुदायों से संबंधित एक अन्य बड़े फैसले में मुख्यमंत्री ने बताया कि जनजाति, चाय जनजाति, मोरान और मटक समुदायों को राज्य की जनसंख्या नीति के दायरे से बाहर रखा जाएगा।

बैठक में चाय जनजाति समुदाय को भूमि अधिकार देने पर भी चर्चा हुई। सरकार ने निर्णय लिया है कि लगभग 2.90 लाख बीघा भूमि चाय जनजाति समुदाय के लोगों को वितरित की जाएगी, जिससे लगभग 4 लाख परिवार लाभान्वित होंगे। कैबिनेट ने इस प्रस्ताव को सर्वसम्मति से समर्थन दिया।

मुख्यमंत्री ने बताया कि 25 अक्टूबर को सभी जिला आयुक्तों और विधायकों की बैठक आयोजित होगी, जिसमें यह तय किया जाएगा कि प्रत्येक परिवार को कितनी भूमि दी जाएगी। इसके अलावा 2 से 3 नवंबर के बीच चाय जनजातीय संगठनों के साथ विचार-विमर्श होगा।

उन्होंने यह भी घोषणा की कि नेली नरसंहार पर तिवारी आयोग की रिपोर्ट विधानसभा में प्रस्तुत की जाएगी।

(Udaipur Kiran) / श्रीप्रकाश

Most Popular

To Top