
अलीपुरद्वार, 23 अक्टूबर (Udaipur Kiran) । जिले में पिछले 24 घंटे में हाथियों के दो अलग-अलग हमलों में तीन लोगों की मौत हो गई। इन हत्याओं में एक महिला और एक बच्चा भी शामिल हैं।
पहला हमला मदारीहाट क्षेत्र में हुआ, जहां जलदापाड़ा नेशनल पार्क के पास सड़क पर घर लौट रहे कादर अली (चेकामारी क्षेत्र निवासी) पर अचानक एक हाथी ने हमला कर दिया। गंभीर रूप से घायल कादर अली को स्थानीय ग्रामीणों की मदद से तुरंत मदारीहाट रूरल अस्पताल पहुंचाया गया, लेकिन वहां उनकी मौत हो गई।
दूसरा हादसा सुबह के समय मध्य खायरबारी क्षेत्र में हुआ। बताया गया है कि सोनिया मुंडा अपनी 18 महीने की बेटी लक्ष्मी मुंडा के साथ अपने घर के सामने बैठी थीं, तभी जंगल से बाहर आए हाथी ने उन पर हमला कर दिया। दोनों ही मौके पर मृत हो गए।
स्थानीय लोगों ने बताया कि जंगल के पास के क्षेत्रों में हाथियों का आना और लोगों पर हमला करना आम बात हो गई है। हाथी अक्सर ग्रामीणों के घरों को भी नुकसान पहुंचा रहे हैं, जिससे इलाके के लोग भय और परेशानियों का सामना कर रहे हैं।
स्थानीय लोगों ने यह भी आरोप लगाया कि उन्होंने कई बार राज्य वन विभाग से हाथियों को आबादी में प्रवेश से रोकने के लिए कदम उठाने की मांग की, लेकिन उनके अनुरोध पर कोई कार्रवाई नहीं हुई।
केंद्रीय पर्यावरण, वन एवं जलवायु परिवर्तन मंत्रालय के आंकड़ों के अनुसार, पश्चिम बंगाल में 2019 से 2024 के बीच कुल 436 लोगों की हाथियों के हमलों में मौत हुई है।
वन क्षेत्रों में कमी और हाथियों की बढ़ती संख्या को मानव-हाथी संघर्ष के प्रमुख कारणों में माना जा रहा है। इसे कम करने के लिए हाथी कॉरिडोर बनाने, बाड़ जैसी भौतिक बाधाओं का उपयोग करने और हाथियों की गतिविधियों को समन्वित करने के लिए समितियों के गठन जैसी कई पहलें की जा रही हैं।
(Udaipur Kiran) / अभिमन्यु गुप्ता