
नई दिल्ली, 23 अक्टूबर (Udaipur Kiran) । दिवाली और छठ पूजा मनाने के लिए रेल के जरिये लाखों लोगों की आवाजाही के बीच भारतीय रेलवे ने भीड़ के सुचारू प्रबंधन के लिए कई कदम उठाए हैं। रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने एकदिन पहले स्वयं नई दिल्ली रेलवे स्टेशन का दौरा किया और गुरुवार को उन्होंने भीड़ नियंत्रण को लेकर 24 घंटे निगरानी के लिए बनाए गए एआई प्रबंधित कंट्रोल रूम का निरीक्षण किया।
रेलवे भवन में आज मीडिया से बातचीत करते हुए रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने कहा कि यातायात पैटर्न ेके विस्तृत अध्ययन और यात्रियों की बढ़ती संख्या का विश्लेषण कर इसके सुचारू प्रबंधन के लिए तंत्र विकसित किया गया है।अतिरिक्त भीड़ को संभालने के लिए नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर होल्डिंग एरिया बनाया गया। अब 76 से ज्यादा रेलवे स्टेशनों पर ऐसा ही प्रबंध किए जाने की योजना है। इसके लिए राइट्स की तरफ से डिजाइन तैयार किया जाएगा। जो अगले साल त्योहारों के सीजन में तैयार हो जाएगा। उन्होंने बताया कि 100 से ज़्यादा स्टेशनों पर टिकट काउंटर बढ़ाए गए।
सुरक्षा में सुधार के लिए हज़ारों सीसीटीवी कैमरे लगाए गए हैं, जबकि भीड़भाड़ वाले समय में प्लेटफार्मों को साफ़ रखने के लिए विशेष व्यवस्था की गई है।
वैष्णव ने बताया कि मंडल, ज़ोन और बोर्ड स्तर पर नियंत्रण कक्ष दिवाली के दिन भी 24×7 काम कर रहे थे।
बेहतर समन्वय और त्वरित प्रतिक्रिया सुनिश्चित करने के लिए प्रमुख स्टेशनों पर छोटे नियंत्रण कक्ष भी स्थापित किए गए हैं।
देरी से बचने के लिए विशेष ट्रेनों की आवाजाही पर कड़ी निगरानी रखी जा रही है।
उन्होंने इन कदमों के सकारात्मक परिणाम साझा करते हुए कहा कि इस त्यौहारी सीज़न में अब तक 1 करोड़ से ज़्यादा यात्री सुरक्षित घर पहुंच चुके हैं।
केंद्रीय मंत्री ने कहा कि जब हमने पहली बार प्रतीक्षालय देखा, तो इसकी क्षमता अपर्याप्त थी। 18 अक्टूबर को बहुत भीड़ थी, इसलिए 19 अक्टूबर को तुरंत हमने यात्रियों को आराम से समायोजित करने के लिए प्रतीक्षालय का विस्तार किया। अब क्षमता पर्याप्त से अधिक है। अब 24, 25 और 26 अक्टूबर को भीड़ की संभावना को देखते हुए पर्याप्त बंदोबस्त किए गए हैं।
उन्होंने कहा कि पिछली बार बिहार जाने वाली ट्रेनें मुख्य तौर पर 7 स्टेशनों पर रुकती थी, जिसमें पटना, मुजफरपुर, सहरसा, दरभंगा, पूर्णिया, भागलपुर और गयाजी शामिल था। इस बार इन स्टेशनों की संख्या 28 कर दी गई जिससे यात्रियों को सहूलियत देते हुए भीड़ को कम किया जा सका। वहीं, पिछले साल इस सीजन में 7700 स्पेशन ट्रेनें चलाई गई थी, इस बार यह संख्या 13 हजार के पार चला जाएगा। उन्होंने कहा कि रेलवे के सामने तमाम चुनौतियों के बावजूद यात्रियों की सुविधा के लिए बहुत सारे इंतजाम किए हैं जिसका असर देखा जा रहा है।
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(Udaipur Kiran) / विजयालक्ष्मी