Madhya Pradesh

मप्र के चित्रकूट के पांच दिवसीय दीपावली मेला संपन्न, 35 लाख से अधिक श्रद्धालु पहुंचे

चित्रकूट के पांच दिवसीय दीपावली मेला
चित्रकूट के पांच दिवसीय दीपावली मेला
चित्रकूट के पांच दिवसीय दीपावली मेला

– मां मंदाकिनी में किया स्नान और दीपदान, कामतानाथ के दर्शन कर परिक्रमा की

भोपाल, 22 अक्टूबर (Udaipur Kiran) । मध्य प्रदेश के सतना जिले के प्रसिद्ध धार्मिक स्थल चित्रकूट में गत 18 अक्टूबर से शुरू हुआ पांच दिवसीय दीपावली मेला बुधवार को संपन्न हो गया। इस बार मेले में देश के कोने-कोने से लगभग 35 लाख से अधिक श्रद्धालु चित्रकूट पहुंचे। श्रद्धालुओं ने भगवान श्री कामतानाथ स्वामी के दर्शन कर परिक्रमा की और गुप्त गोदावरी, हनुमानधारा, सती अनुसुइया सहित चित्रकूट के धार्मिक महत्व के स्थलों के दर्शन किए। दीपावली मेले में पहुंचे श्रद्धालुओं ने मंदाकिनी नदी में स्नान कर दीपदान भी किया। मेला समापन अवसर पर कलेक्टर डॉ. सतीश कुमार एस और पुलिस अधीक्षक हंसराज सिंह ने विकास प्राधिकरण के कार्यालय में दीवाली मेले में तैनात समस्त अधिकारियों और प्रभारियों की बैठक लेकर समीक्षा की और मेले के सफलतापूर्वक संचालन के लिए धन्यवाद ज्ञापित किया।

मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव की मंशा के अनुरूप कलेक्टर डॉ. सतीश कुमार एस और पुलिस अधीक्षक हंसराज सिंह के कुशल निर्देशन में चित्रकूट में आयोजित मेला व्यवस्थित रूप से सफलता पूर्वक संपन्न हुआ। दोनो अधिकारियो की उपस्थिति और निगरानी से चित्रकूट के प्रत्येक प्रमुख स्थलों पर श्रृद्धालुओ को सुगमता पूर्वक दर्शन और परिक्रमा करने में कोई असुविधा नहीं हुई। रीवा संभाग के कमिश्नर बीएस जामोद और आईजी गौरव राजपूत भी चित्रकूट के पांच दिवसीय दीपावली मेले की प्रत्येक गतिविधि पर सतत नजर रखे हुए थे।

चित्रकूट मेला में श्रृद्धालुजनों के पेयजल, पार्किंग, आश्रय विश्राम, खान-पान, चिकित्सा, साफ-सफाई, सुरक्षा के व्यापक प्रबंध के साथ-साथ पूरी धार्मिक नगरी में की गई आकर्षक विद्युत सजावट को प्रशंसा और सराहना मिली। मां मंदाकिनी नदी के घाट और प्रमुख स्थलों पर निरंतर साफ सफाई व्यवस्था से मेले का प्राकृतिक सौन्दर्य बना रहा। मेला समापन अवसर पर प्रमुख स्थलों नदी घाट, मंदिर परिसर, पार्किंग और आश्रय स्थल की साफ सफाई व्यवस्था पर विशेष जोर दिया गया।

दीपावली मेले में 18 अक्टूबर धनतेरस के दिन से ही बडी संख्या में श्रद्धालु चित्रकूट पहुंचने लगे थे। जिला प्रशासन की विशेष तैयारी और श्रद्धालुओं की सुरक्षा, चित्रकूट की सुन्दरता को ध्यान में रखते हुए की गई व्यवस्था तथा विभिन्न धार्मिक स्थलों पर प्रशासनिक अमले की 24 घण्टे तैनाती से पूरे चित्रकूट का वातावरण भक्तिमय और उल्लासपूर्वक आनंद से सरावोर रहा। चित्रकूट में कामतानाथ मंदिर के समीप स्थित कन्या शाला के पास नारियल तोडने की मशीन भी लगाई गई थी और प्रत्येंक स्थल कें लिए साफ-सफाई की जिम्मेदारी जिले की नगर पंचायतों तथा समीपस्थ ग्राम पंचायतों को सौंपी गई थी।

दीपावली मेले के दूसरे दिन 19 अक्टूबर को प्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव चित्रकूट आये और उन्होंने आरोग्य धाम के पंचवटी घाट में दीपदान कर प्रदेशवासियों को दीपावली की शुभकामनायें भी दी। चित्रकूट दीपावली मेले में जगह-जगह श्रद्धालुओं के रात्रि में विश्राम के लिए अस्थाई आश्रय स्थल बनाये गये थे। यहां श्रद्धालुओं की सुविधा और प्रशासन की सभी व्यवस्थाओं के साथ ही भगवान कामतानाथ स्वामी के लाइव दर्शन के साथ ही रामायण सीरियल और धार्मिक कथाओं को एलईडी स्क्रीन पर प्रदर्शित किया गया।

चित्रकूट दीपावली मेला में प्रशासनिक अमले की सहज पहचाने के लिए कलेक्टर से लेकर अधिकारी-कर्मचारियों तक ने नीली ड्रेस कोड का अंग वस्त्र भी पहन रखा था। श्रद्धालुओं ने मंदाकिनी मां गंगा में स्नान कर कामदगिरी की परिक्रमा और भगवान कामतानाथ स्वामी के सुलभ दर्शन प्राप्त किये।

इस बार जिला प्रशासन द्वारा मध्य प्रदेश के हिस्से के चित्रकूट को आकर्षक धार्मिक नगरी की तरह सजाया गया था। दीपावली मेले में प्रतिदिन भरत घाट पर मां मंदाकिनी नदी की संध्या आरती का सुरूचि पूर्ण आयोजन किया गया। दीपावली के दिन सर्वाधिक संख्या में लगभग 12 लाख श्रद्धालुओं ने चित्रकूट पहुंचकर दीपदान, मंदाकिनी गंगा स्नान, कामदगिरी की परिक्रमा, कामतानाथ स्वामी के दर्शन, गुप्त गोदावरी, हनुमान धारा, सती अनुसुइया सहित अनेक धामिक स्थलों के दर्शन किये।

मध्य प्रदेश के हिस्से में चित्रकूट में की गई शानदार व्यवस्थाओं के चलते श्रद्धालुओं की संख्या बढी। चित्रकूट दीपावली मेला में 21 अक्टूबर को प्रातः 7 बजे स्नान करते वक्त एक व्यक्ति अचानक गहरे पानी में चला गया जिसे बचाने उसके साथ महिला भी गहरे पानी में कूद पडी। दोनों को डूबते हुए देखकर घाट पर तैनात एसडीईआरएफ की मोटर वोट ने तुरंत घटना स्थल पर पहुंचकर युवक और महिला को सुरक्षित निकाला।

इस बार के दीपावली मेला चित्रकूट में श्रद्धालुओं की सुविधा और साफ-सफाई व्यवस्था, पेयजल, आश्रय, सुरक्षा, प्रशाधन, चिकित्सा, पार्किंग, खानपान और सुगमता से परिक्रमा मंदिर दर्शन के लिए प्रशासन द्वारा किये गये प्रबंधों तथा डयूटी पर तैनात कर्मियों का सेवा भाव कर्तव्यों का निर्वहन को चतुर्दिक सराहना मिल रही है। दीपावली चित्रकूट के पांच दिवसीय मेला में लाखों की संख्या में श्रद्धालुजनों के चित्रकूट धाम पहुंचने और उनके प्रस्थान के बाद भी निरंतर साफ-सफाई की व्यवस्था के चलते मंदिर परिसर, परिक्रमा पथ, मां मंदाकिनी नदी के घाट, पार्किंग, आश्रय स्थल, आवागमन की सडकों पर स्वच्छता बनी हुई है। मेला समापन के अवसर पर अंतिम दिनों में भी प्रशासन का पूरा जोर साफ-सफाई व्यवस्था पर ही केन्द्रित रहा है।

(Udaipur Kiran) तोमर

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