
धमतरी, 22 अक्टूबर (Udaipur Kiran) । वेदर स्टेशन स्थापित होने वाला धमतरी जिला मध्य भारत एवं छत्तीसगढ़ का यह पहला जिला और ब्लाक है, जहां किसानों के हित में इस तरह की उन्नत तकनीक का उपयोग किया जा रहा है। यह सिस्टम भविष्य की खेती की दिशा के लिए बेहतर पहल व कदम है। यह नवाचार स्मार्ट कृषि की दिशा में किसानों के लिए एक मील का पत्थर साबित होगा।
जिला प्रशासन धमतरी व प्रथम एजुकेशन फाउंडेशन तथा एक अन्य संस्था के संयुक्त तत्वावधान में संचालित फ्यूचर फार्मिंग एआई आधारित कृषि कार्यक्रम के अंतर्गत कुरूद विकासखंड में पांच अत्याधुनिक वेदर स्टेशन स्थापित किए गए हैं। इन वेदर स्टेशनों की स्थापना का उद्देश्य किसानों को मौसम की सटीक एवं समयपूर्व जानकारी उपलब्ध कराना है, ताकि वे अपनी कृषि गतिविधियों की योजना और प्रबंधन वैज्ञानिक ढंग से कर सकें।
कुरूद विकासखंड के ग्राम पंचपेड़ी, हंचलपुर, जुगदेही, गोबरा और चरमुड़िया में पंचायत कार्यालय प्रांगणों में ये वेदर स्टेशन स्थापित किए गए हैं। प्रत्येक वेदर स्टेशन लगभग 1000 एकड़ क्षेत्रफल को कवर करेगा और आसपास के किसानों को रीयल-टाइम मौसम अपडेट प्रदान करेगा, जिससे फसल चयन, बुवाई, सिंचाई और कीटनाशक प्रबंधन जैसे कार्य अधिक सटीकता से किए जा सकेंगे। इस कार्यक्रम के अंतर्गत वर्तमान में 20 गांवों के 200 किसानों का पंजीयन किया गया है। पंजीकृत किसानों को मौसम आधारित कृषि निर्णय लेने में सहायता के लिए तकनीकी प्रशिक्षण और मार्गदर्शन भी दिया जा रहा है। स्थापना उपरांत आयोजित भूमि पूजन समारोह में ग्राम सरपंच, पंचगण, कृषि विभाग के जिला एवं ब्लाक अधिकारी तथा बड़ी संख्या में स्थानीय किसान उपस्थित रहे।
किसानों के लिए मील का पत्थर
विशेषज्ञ शांतनु ने बुधवार काे किसानों को वेदर स्टेशन के उपयोग व लाभों की विस्तृत जानकारी दी। इस अवसर पर प्रथम एजुकेशन फाउंडेशन के वरिष्ठ एसोसिएट दिनेश बोरसे ने बताया कि मध्य भारत एवं छत्तीसगढ़ का यह पहला जिला और ब्लाक है, जहां किसानों के हित में इस तरह की उन्नत तकनीक का उपयोग किया जा रहा है। उन्होंने जिला प्रशासन धमतरी तथा कृषि विभाग की इस नवाचारपूर्ण पहल की सराहना की और इसे स्मार्ट कृषि की दिशा में एक मील का पत्थर बताया।
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(Udaipur Kiran) / रोशन सिन्हा