
कोलकाता, 21 अक्टूबर (Udaipur Kiran) । पश्चिम बंगाल में विशेष मतदाता सूची पुनरीक्षण (एसआईआर) की अधिसूचना इस सप्ताह जारी होने की संभावना है।
एक अधिकारी के अनुसार, मुख्य निर्वाचन आयुक्त ज्ञानेश कुमार द्वारा सभी राज्यों के मुख्य निर्वाचन अधिकारियों (सीईओ) के साथ होने वाली अहम बैठक के बाद इस पर आधिकारिक घोषणा की जाएगी।
यह बैठक बुधवार और गुरुवार को नई दिल्ली में आयोजित की जाएगी, जिसकी अध्यक्षता मुख्य निर्वाचन आयुक्त करेंगे। बैठक का मुख्य एजेंडा सभी राज्यों में एसआईआर की प्रगति और आगामी विधानसभा चुनावों की तैयारियों की समीक्षा रहेगा। विशेष ध्यान उन राज्यों पर रहेगा, जहां अगले वर्ष विधानसभा चुनाव होने वाले हैं —इनमें पश्चिम बंगाल भी शामिल है।
पश्चिम बंगाल के मुख्य निर्वाचन अधिकारी (सीईओ) कार्यालय के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया, कि सभी राज्यों के मुख्य निर्वाचन अधिकारियों के साथ-साथ उनके कार्यालयों के वरिष्ठ अधिकारी भी इस महत्वपूर्ण दो दिवसीय बैठक में शामिल होंगे।
चुनाव आयोग के अनुसार, इस वर्ष जिन राज्यों में चुनाव होने हैं, वहां एसआईआर प्रक्रिया को प्राथमिकता दी जा रही है। बिहार में यह प्रक्रिया पहले ही पूरी हो चुकी है।
पश्चिम बंगाल में पिछली बार एसआईआर वर्ष 2002 में हुआ था। अब 23 साल बाद इसे दोबारा आयोजित किया जा रहा है। वर्तमान मतदाता सूची की 2002 की सूची से ‘मैपिंग और मैचिंग’ की प्रक्रिया लगभग पूरी हो चुकी है। इस प्रगति की जानकारी पश्चिम बंगाल के सीईओ कार्यालय की टीम इस सप्ताह दिल्ली बैठक में चुनाव आयोग को देगी।
पश्चिम बंगाल के मुख्य निर्वाचन अधिकारी मनोज कुमार अग्रवाल ने पिछले सप्ताह स्पष्ट किया था कि जिन मतदाताओं के नाम 2002 की मतदाता सूची में थे, उन्हें स्वतः मान्य मतदाता माना जाएगा।
लेकिन जिन लोगों के नाम 2002 की सूची में नहीं हैं, उन्हें आयोग द्वारा निर्धारित दस्तावेजों में से कोई एक नागरिकता प्रमाण प्रस्तुत करना होगा। इस मामले में केवल आधार कार्ड पर्याप्त नहीं होगा, मतदाता को कोई अन्य प्रमाण पत्र भी देना होगा।
गौरतलब है कि राज्य की तृणमूल कांग्रेस सरकार ने इस प्रक्रिया का विरोध जताया है। ऐसे में पश्चिम बंगाल में एसआईआर का आयोजन राजनीतिक दृष्टि से भी अहम माना जा रहा है।
(Udaipur Kiran) / ओम पराशर