
– ‘ज्यूडिशियल प्रोफेशनलिज़्म, एटिकेट एंड एक्सपेक्टेशन्स फ्रॉम ज्यूडिशियल ऑफिसर्स’ विषय पर दिया व्याख्यान
गुवाहाटी, 19 अक्टूबर (Udaipur Kiran News) । सुप्रीम कोर्ट के जज जस्टिस उज्जल भुइयां ने रविवार को गुवाहाटी स्थित कॉटन यूनिवर्सिटी के केबीआर ऑडिटोरियम में आयोजित समारोह में ऑल असम जजेस एसोसिएशन की आधिकारिक वेबसाइट का शुभारंभ किया। इस अवसर पर उन्होंने “‘ज्यूडिशियल प्रोफेशनलिज़्म, एटिकेट एंड एक्सपेक्टेशन्स फ्रॉम ज्यूडिशियल ऑफिसर्स’ विषय पर विशेष व्याख्यान भी दिया।
अपने संबोधन में जस्टिस भुइयां ने कहा कि यह वेबसाइट न्यायिक अधिकारियों के बीच बेहतर संचार स्थापित करने और परस्पर सहयोग की भावना को सुदृढ़ करने का प्रभावी माध्यम बनेगी।
उन्होंने कहा कि जनता का विश्वास न्याय प्रणाली में अटूट रहना चाहिए और यह तभी संभव है जब न्याय निष्पक्ष, निर्भीक और निष्कलंक तरीके से दिया जाए। समाज में न्यायपालिका की साख इस बात पर निर्भर करती है कि न्यायिक अधिकारी किस प्रकार से आचरण करते हैं। इसलिए निर्णय प्रक्रिया किसी भी बाहरी प्रभाव से मुक्त रहनी चाहिए। उन्होंने कहा, “न्यायपालिका को किसी प्रकार के पक्षपात या अनुग्रह प्रदर्शित करने वाले रूप में कभी नहीं देखा जाना चाहिए।”
जस्टिस भुइयां ने जिला स्तर पर कार्यरत न्यायिक अधिकारियों से संविधान की भावना के अनुरूप व्यवहार करने और व्यावहारिक दृष्टिकोण अपनाने का आग्रह किया। उन्होंने कहा कि न्यायिक अधिकारी अपने पेशेवर और सार्वजनिक जीवन में संयम बरतें तथा अन्य सेवाओं के अधिकारियों से अत्यधिक नजदीकी से बचें। उन्होंने कहा, “न्यायपालिका के सदस्यों का आचरण समाज में विशेष रूप से देखा जाता है, इसलिए पद की गरिमा बनाए रखना आवश्यक है।”
उन्होंने कहा कि सशक्त जिला न्यायपालिका ही न्याय प्रणाली की नींव है और इसकी मजबूती से ही शीर्ष न्यायालय की विश्वसनीयता सुनिश्चित होती है। उन्होंने कहा कि न्यायपालिका की स्वतंत्रता को किसी भी परिस्थिति में बनाए रखना न्यायाधीशों का कर्तव्य है और इस समय देश को निडर व साहसी न्यायाधीशों की आवश्यकता है।
इस अवसर पर गौहाटी उच्च न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश जस्टिस अशुतोष कुमार ने भी संक्षिप्त संबोधन दिया।
कार्यक्रम ने असम की न्यायिक बिरादरी के भीतर संवाद, सहयोग और व्यावसायिक मूल्यों की भावना को सुदृढ़ करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम के रूप में नई शुरुआत की।.
(Udaipur Kiran) / श्रीप्रकाश
