
इटानगर, 19 अक्टूबर (Udaipur Kiran News) । अरुणाचल प्रदेश के तिरप जिले में ‘नेशनल सोशलिस्ट काउंसिल ऑफ नगालैंड- खापलांग’ (एनएससीएन-के) ग्रुप के हथियारबंद उग्रवादियों द्वारा अपहृत किए गए दो श्रमिकों को असम राइफल्स की खोंसा बटालियन ने करीब 12 घंटे के अंदर बिना किसी नुकसान के बचा लिया है।
रविवार को प्रदेश पुलिस मुख्यालय के सूत्रों के मुताबिक, तिरप जिले के दादम सर्कल के लाहू गांव में एक रोड कंस्ट्रक्शन प्रोजेक्ट में लगे मेसर्स अग्रवाला कंस्ट्रक्शन कंपनी के दो श्रमिकों को शनिवार की शाम करीब 4.00 बजे एनएससीएन (के) के करीब सात से आठ हथियारबंद उग्रवादियों के एक ग्रुप ने अपहरण कर लिया। बीती रात (शनिवार) भरोसेमंद इंटेलिजेंस जानकारी के आधार पर, असम राइफल्स की खोंसा बटालियन ने लोंगडिंग पुलिस के साथ मिलकर बड़ी सतर्कता के साथ एक संयुक्त बचाल अभियान चलाया। हथियारबंद उग्रवादियों का सामना करने और अपहरण किए गए श्रमिकों को सही-सलामत बचाने के लिए, जनरल एरिया न्गिसा के नोकना ट्रैक और जनरल एरिया न्गिन्नू के नोकना ट्रैक पर स्ट्रेटेजी के साथ दो एंबुश लगाए गए थे।
रविवार की सुबह-सुबह, घने अंधेरे में बिना कोई हरकत किए, संयुक्त सुरक्षा बल ने गुरिल्ला-स्टाइल में सर्च अभियान शुरू किया। लेकिन किसी तरह उग्रवादियों को सुरक्षा बलों के अभियान की भनक लग गई। सुबह 5.50 बजे (रविवार), उन्होंने पहले अपनी बंदूकों से फायरिंग की और फिर सुरक्षा बलों पर मोर्टार दागे।
लेकिन अपहृत किए गए श्रमिकों की सेफ्टी को सबसे ज़रूरी मानते हुए, सुरक्षा बलों ने बिना किसी उकसावे में आए जवाबी कार्रवाई नहीं की। हालांकि, जब उग्रवादियों की तरफ से मोर्टार और गोलियों की तादात बढ़ी, तो असम राइफल्स के जवानों ने जवाबी कार्रवाई की।
इस बीच, जब भारी गोलीबारी हो रही थी, सुरक्षा बल की एक और टीम ने रणनीतिक तलाशी अभियान चलाते हुए अपहृत दोनों श्रमिकों को सही-सलामत बचाकर जंगल से वापस ले आए।
प्रदेश पुलिस मुख्यालय के एक अधिकारिक सूत्र ने पुष्टि किया कि दो श्रमिकों को बचाए जाने के बाद भी, असम राइफल्स के जवान प्रतिबंधीत उग्रवादी संगठन के कैडरों के विरूद्ध इलाके में कॉम्बिंग ऑपरेशन जारी रखे हुए हैं।——————-
(Udaipur Kiran) / अरविन्द राय
