
कोंडागांव, 18 अक्टूबर (Udaipur Kiran News) । छत्तीसगढ़ के काेंड़ागांव जिले के पूर्वी बस्तर डिवीजन अंतर्गत सक्रिय एक लाख के इनामी नक्सली ने शनिवार को कोंडागांव एसपी वॉय अक्षय कुमार के समक्ष आत्मसमर्पण कर दिया। यह नक्सली आईटीबीपी जवानों की हत्या में शामिल था।
आत्मसमर्पित 32 वर्षीय नक्सली पिलसाय कश्यप निवासी कुदुर जिला कोंडागांव ने मुख्यधारा में लौटने का निर्णय लिया। पिलसाय कृषि विभाग/आमदई एलओएस सदस्य के रूप में सक्रिय था। लगातार चल रहे नक्सल विरोधी अभियानों, संगठन के अंदरूनी मतभेद, वरिष्ठ नेताओं के आत्मसमर्पण और समाज की मुख्यधारा में लौटकर शांतिपूर्ण जीवन जीने की चाह ने उसे आत्मसमर्पण के लिए प्रेरित किया। आत्मसमर्पण के दौरान उसे छत्तीसगढ़ आत्मसमर्पण एवं पुनर्वास नीति-2025 के तहत 50 हजार रुपये की प्रोत्साहन राशि प्रदान की गई।
कोंडागांव एसपी वॉय अक्षय कुमार ने बताया कि आत्मसमर्पित नक्सली पर कई गंभीर आपराधिक प्रकरण दर्ज हैं, जिनमें वर्ष 2021 में आईटीबीपी जवानों पर फायरिंग कर दो जवानों की हत्या, वर्ष 2024 में दुड़मी गांव में जियो टावर जलाने तथा अन्य लूटपाट की घटनाएं शामिल रहा है। आत्मसमर्पण का श्रेय शासन की जनकल्याणकारी योजनाओं, सड़कों के विस्तार, शिक्षा, स्वास्थ्य, बिजली, मोबाइल नेटवर्क जैसी सुविधाओं की पहुंच और सुरक्षा बलों की सकारात्मक सामुदायिक पुलिसिंग को जाता है।
नक्सली पिलसाय के आत्मसमर्पण के दौरान अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक (ऑप्स) रूपेश कुमार डांडे, डिप्टी कमांडेंट कमल सिंह, उप पुलिस अधीक्षक सतीश भार्गव एवं सीआरपीएफ 188वीं बटालियन के अधिकारी उपस्थित रहे। पुलिस ने इसे नक्सल उन्मूलन की दिशा में एक बड़ी उपलब्धि बताया है।
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(Udaipur Kiran) / राकेश पांडे
