
कानपुर, 17 अक्टूबर (Udaipur Kiran News) । जनपद की कमिश्नरेट पुलिस ने आम्रपाली एक्सप्रेस ट्रेन में बम होने की फर्जी सूचना देने वाले दो सगे भाइयों को गिरफ्तार किया है। आरोपितों के पास से वह मोबाइल भी बरामद कर लिया गया है। जिससे जीआरपी कंट्रोल रूम को सूचना दी गई थी। दोनों ने बताया कि ट्रेन में बैठने की जगह नहीं थी इसलिए उन्होंने ट्रेन में बम होने की झूठी सूचना पुलिस को दी थी। हालांकि इस पूरे मामले को लेकर एटीएस कड़ाई से पूछताछ कर रही है। यह जानकारी शुक्रवार को सहायक पुलिस आयुक्त छावनी आकांक्षा पांडेय ने दी।
प्रयागराज स्थित जीआरपी कंट्रोल रूम को यह सूचना मिली कि राजधानी दिल्ली से कटिहार जा रही गाड़ी संख्या 15708 आम्रपाली एक्सप्रेस की बोगी में बम रखा गया है। बम होने की सूचना पर गुरुवार देर रात कानपुर सेंट्रल स्टेशन पहुंची। सूचना मिलते ही बॉम्ब डिटेक्शन एंड डिस्पोजल स्क्वाड (बीडीडीएस), एसीपी कैंट, एसीपी एलआईयू, रेलबाजार पुलिस, जीआरपी और एवं आरपीएफ टीम द्वारा तत्काल सक्रियता दिखाते हुए कानपुर सेंट्रल रेलवे स्टेशन पर उक्त ट्रेन का सघन चेकिंग अभियान चलाया गया।
करीब 40 मिनट तक चले इस चेकिंग अभियान में पुलिस को कुछ भी संदिग्ध नहीं मिला। पूरी तरह से संतुष्टि करने के बाद ही ट्रेन को रवाना किया गया। इसके बाद पुलिस उस मोबाइल नंबर की जांच में लग गई। जिस नंबर से बम होने की सूचना दी गई थी। मामला रेलवे से जुड़ा होने के चलते एटीएस ने भी सक्रियता दिखाते हुए सर्विलांस और सीसीटीवी कैमरों की सहायता ली।
जीआरपी थाना प्रभारी ने बताया कि सूचना देने वाले लड़के काफी देर पुलिस के सम्पर्क में रहे, लेकिन फिर अचानक उन्होंने फोन बंद कर लिया। इसमें बाद जब उनके नंबर को सर्विलांस पर लगाया। शुक्रवार दोपहर फोन ऑन होते ही घाटमपुर निवासी दीपक चौहान और अंकित चौहान को गिरफ्तार कर लिया। आरोपित दीपक चंडीगढ़ में मजदूरी करता है जबकि अंकित जयपुर में नौकरी करता है। दोनों ने बताया कि राजधानी दिल्ली से कानपुर के लिए अमरपाली एक्सप्रेस में रवाना हुए थे। जनरल डिब्बे में सीट न होने के चलते उन्हें काफी समस्या हो रही थी। इसलिए इटावा के पास कुछ यात्रियों से उनकी कहासुनी भी हो गई थी। कानपुर सेंट्रल पहुंचते ही वह काफी डर गए थे इसलिए अपना मोबाइल बंद करके रेल बाजार इलाके में छुप गए थे लेकिन फोन ऑन करते ही पुलिस ने उन्हें धर दबोचा।
फिलहाल एटीएस दोनों भाइयों को हिरासत में लेकर गहनता से पूछताछ कर रही है। पुलिस यह भी पता लगाने का प्रयास कर रही है कि अफवाह फैलाने के पीछे उनका क्या मकसद था।
(Udaipur Kiran) / रोहित कश्यप
