


रामगढ़, 17 अक्टूबर (Udaipur Kiran News) । शहर के पंचवटी प्लाजा के पास निर्माणाधीन अपार्टमेंट में दो सिक्योरिटी गार्ड के बीच पिछले तीन दिनों से विवाद चल रहा था। शंकर महतो और सुनील सिंह के बीच तनाव की स्थिति के कारण अपार्टमेंट का बिल्डर भी परेशान था। कई बार शंकर महतो की शिकायत भी उस तक पहुंची थी। शंकर अक्सर अपने वेतन को लेकर परेशान रहता था। उसे हमेशा ऐसा लगता था कि वह जितनी देर काम करता है, उसके उसे अधिक पैसे मिलने चाहिए थे। लेकिन उसे बिल्डर की तरफ से कम पैसे मिल रहे थे। शंकर महतो अक्सर कम पैसे मिलने को लेकर सुनील सिंह को जिम्मेदार ठहरता था।
अक्सर होती थी तू-तू -मैं-मैं
दोनों रात में साथ ड्यूटी करते थे। लेकिन दोनों के बीच होने वाली बातचीत अक्सर तू-तू मैं मैं बदल जाती थी। बुधवार की रात 11 बजे शंकर महतो नशे में घुत्त था। जब सुनील सिंह के साथ तू-तू -मैं-मैं शुरू हुआ तो वह गुस्से से भर गया। गुस्सा इतना अधिक था कि उसने पास पड़ी कुल्हाड़ी उठाई और सीधे सुनील सिंह पर वार कर दिया। चोट इतनी गहरी थी कि सुनील सिंह की मौत हो गई।
शंकर महतो को जल्द ही एहसास हो गया कि उससे बहुत बड़ी गलती हो गई है। नशे में धुत होने के बावजूद उसे यह पता चल गया कि उसके वार से सुनील सिंह की मौत हो गई। उसने सुनील सिंह को कई बार उठाने की भी कोशिश की। लेकिन कोई रिस्पांस नहीं मिला। इसके बाद वह अपनी साइकिल उठाकर सीधे रामगढ़ थाने पहुंचा। उसने पुलिस को पूरा वाक्या बताया। साथ ही कहा कि वह जिस साइकिल से थाने पहुंचा है, वह उसके बेटे को दे दिया जाए।
—————
(Udaipur Kiran) / अमितेश प्रकाश
