
कानपुर, 16 अक्टूबर (Udaipur Kiran News) । सरकार के प्रयासों से ग्रामीण और शहरी क्षेत्रों में स्वास्थ्य एवं पोषण जागरूकता में लगातार वृद्धि हो रही है। जब महिलाएं स्वावलंबी बनेंगी तो परिवार और समाज दोनों को मजबूती मिलेगी। यदि आज की नारी आत्मनिर्भर बनेगी तो निश्चित ही अपने परिवार को सबल और समाज को समर्थ बना सकेगी। यह बातें गुरुवार को प्रदेश सरकार की राज्य मंत्री प्रतिभा शुक्ला ने कही।
मोतीझील स्थित लान नंबर तीन में आज पोषण माह का जिला स्तरीय कार्यक्रम आयोजित हुआ। प्रदेश सरकार की राज्य मंत्री प्रतिभा शुक्ला ने कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि कुपोषण से मुक्त समाज का निर्माण तभी संभव है जब आंगनबाड़ी कार्यकर्ता और जनसामान्य मिलकर इसे अपनी सामूहिक जिम्मेदारी समझें। उन्होंने आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों की सराहना करते हुए कहा कि कोरोना काल में भी इन कार्यकत्रियों ने अपनी सेवाओं से समाज को सुरक्षित रखने का उल्लेखनीय कार्य किया था और आज भी पोषणयुक्त समाज बनाने में उनकी भूमिका सराहनीय है।
कार्यक्रम के दौरान मातृत्व और बाल स्वास्थ्य पर केंद्रित गतिविधियाँ भी आकर्षण का केंद्र रहीं। राज्य मंत्री और अतिथियों ने पांच गर्भवती महिलाओं का गोद भराई तथा पांच बच्चों का अन्नप्राशन संस्कार संपन्न कराया। इसी क्रम में 11 सैम (गंभीर कुपोषित) बच्चों को औषधीय किट प्रदान की गई। मंच पर प्रस्तुति देने वाले सात बच्चों को प्रशस्ति पत्र देकर प्रोत्साहित किया गया।
पोषण माह और मिशन शक्ति के अंतर्गत उत्कृष्ट कार्य करने वाली 12 आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों और 12 सहायिकाओं को प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया गया। इससे कार्यकर्ताओं में उत्साह और जोश का संचार हुआ।
कार्यक्रम स्थल पर लगे स्वदेशी मेला का भी भ्रमण किया, जिसमें प्रदेश भर के कारीगरों और उद्यमियों ने अपने उत्पादों की प्रदर्शनी लगाई है। राज्य मंत्री प्रतिभा शुक्ला ने विभिन्न स्टॉलों का भ्रमण किया और नागरिकों से अपील की कि दीपावली की खरीदारी में स्वदेशी उत्पादों को प्राथमिकता दें। उन्होंने कहा कि स्वदेशी वस्तुओं की खरीद न केवल कारीगरों को प्रोत्साहित करेगी बल्कि आत्मनिर्भर भारत अभियान को भी नई गति प्रदान करेगी।
(Udaipur Kiran) / रोहित कश्यप
