इटानगर, 16 अक्टूबर(Udaipur Kiran News) । अरुणाचल प्रदेश के वेस्ट कामेंग और बिचुम
जिला के लाडा से सरली में अरुणाचल फ्रंटियर हाईवे परियोजना में कथित करोड़ों रुपये
के भ्रष्टाचार होने के आरोप पर चिंता व्यक्त करते हुए केंद्रीय मंत्री किरेन
रिजिजू ने भ्रष्टाचार में शामिल लोगों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की बात कही है।
उन्होंने ज़ोर देकर कहा कि दोषी पाए जाने पर किसी को भी – यहां तक कि मंत्रियों, विधायकों या प्रभावशाली व्यक्तियों को भी बख्शा नहीं जाना चाहिए।
यह बातें रिजिजू ने बुधवार को नाफारा वेस्ट कामेंग ज़िले में अरुणाचल फ्रंटियर
हाईवे पर मीडिया द्वारा पूछे गये सवाल पर जबाव देते हुए सड़क परियोजना के
भूमि मुआवजे में भारी अनियमितताओं के आरोपों पर प्रतिक्रिया व्यक्त कही।
उन्होंने कहा, मुआवज़े के पैसे का दुरुपयोग करने वालों के खिलाफ कड़ी
कार्रवाई की जानी चाहिए – चाहे वह मंत्री हों, विधायक हों, ठेकेदार हों, प्रभावशाली ग्राम प्रधान हों या समाज का कोई भी प्रभावशाली
व्यक्ति हों।
केंद्रीय मंत्री ने कहा कि उन्होंने राज्य सरकार और मुख्य सचिव से तुरंत
कार्रवाई करने का आग्रह किया है। उन्होंने कहा, अगर राज्य सरकार
कार्रवाई करने में विफल रहती है, तो हम दबाव बढ़ाएंगे और ज़रूरत पड़ने पर केंद्र हस्तक्षेप
करेगा। मुझे पता है कि मुख्यमंत्री और राज्य सरकार इस मुद्दे को लेकर गंभीर हैं और
अगर दोषियों को कानून के अनुसार सज़ा नहीं मिलती है, तो पैसा वसूलने
के प्रयास ज़रूर होने चाहिए। रिजिजू ने इस विवाद पर निराशा व्यक्त करते हुए
कहा, मैं बहुत दुखी हूं। जिन लोगों को सड़कें, कारें और करोड़ों रुपये मुआवज़े के तौर पर मिले, वे कभी आभारी
नहीं रहे और अब यह मुद्दा हमारी छवि खराब कर रहा है।
भारत-चीन सीमा पर बोमडिला वेस्ट कामेंग जिला से विजयनगर चागंलाग जिला तक 42,000 करोड़ रुपये की अरुणाचल फ्रंटियर राजमार्ग परियोजना एक महत्वपूर्ण रणनीतिक और
बुनियादी ढांचा पहल है जिसका उद्देश्य सुदूर सीमांत क्षेत्रों में संपर्क और
सुरक्षा को बढ़ाना है
(Udaipur Kiran) / तागू निन्गी
