Uttar Pradesh

चिकित्सा शिक्षा के विद्यार्थियों का प्रथम शिक्षक है शव : डॉ. अनुराग

*एमजीयूजी के मेडिकल कॉलेज में विश्व एनाटॉमी दिवस की पूर्व संध्या पर कार्यक्रम आयोजित*

गोरखपुर, 15 अक्टूबर (Udaipur Kiran News) । विश्व एनाटॉमी दिवस की पूर्व संध्या पर महायोगी गोरखनाथ विश्वविद्यालय गोरखपुर (एमजीयूजी) के श्री गोरक्षनाथ मेडिकल कॉलेज हॉस्पिटल एंड रिसर्च सेंटर के एनाटॉमी विभाग द्वारा एक विशेष कार्यक्रम आयोजित किया गया।

“शव का सम्मान और शव पहले शिक्षक के रूप में” विषय पर आधारित इस कार्यक्रम की अध्यक्षता प्राचार्य डॉ. अनुराग श्रीवास्तव ने की। कार्यक्रम की शुरुआत में वीडियो प्रदर्शन के माध्यम से शरीर दान एवं अंग दान के महत्व पर जागरूकता बढ़ाने का प्रयास किया गया। इसके पश्चात विद्यार्थियों ने कैडेवरिक शपथ ली।

प्राचार्य डॉ. श्रीवास्तव ने अपने सम्बोधन में शरीर दान के महत्व तथा एनाटॉमी के अध्ययन में शव को “पहले शिक्षक” के रूप में सम्मान देने की भावना पर बल दिया। उन्होंने कहा कि चिकित्सा शिक्षा के विद्यार्थियों के लिए शव प्रथम शिक्षक जैसा होता है। इस अवसर पर एनाटॉमी विभाग की अध्यक्ष डॉ. वर्षा मोखासी, एसोसिएट प्रोफेसर डॉ. शशि भूषण पांडेय, डॉ. पूनम श्रीवास्तव, डॉ. आशीष, डॉ. गौरव सहित सभी फैकल्टी, एमबीबीएस नए बैच के सभी विद्यार्थी उपस्थित रहे।

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(Udaipur Kiran) / प्रिंस पाण्डेय

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