


जौनपुर,14 अक्टूबर (Udaipur Kiran News) । जिला प्रशासन की सख्ती के बाद मंगलवार को स्वास्थ्य विभाग ने चार अवैध निजी अस्पतालों को सील कर दिया। इनमें रसूलाबाद स्थित एक और चंदवक के तीन अस्पताल शामिल हैं।इस संबंध में जानकारी देते हुए मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. लक्ष्मी सिंह ने बताया कि नगर कोतवाली थाना अंतर्गतप्रेमा हारिपटल रसूलाबाद का डा०राजीव कुमार, अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारी व डा०वी०सी०पन्त, अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारी के द्वारा मंगलवार को औचक निरीक्षण किया गया। अधिकारियों के निरीक्षण के समय चिकित्सालय भवन के बाहर ताला बन्द था। भवन स्वामी दीपमाला साहू को बुलाया गया व उनके उपस्थिति में मेन गेट खोल कर निरीक्षण किया गया। निरीक्षण के समय वेसमेंट व भूतल पर चिकित्सालय से सम्बन्धित उपकरण व आपरेशन थियेटर इत्यादि उपलब्ध थे, जिससे साफ जाहिर हो रहा था कि यहां पर चिकित्सालय का संचालन किया जाता है। निरीक्षण के समय चिकित्सालय का संचालक उपस्थित नहीं था। इसके सम्बन्ध में भवन स्वामी दीपमाला से पूछने पर उनके द्वारा अवगत कराया गया कि यह चिकित्सालय लगभग 1 सप्ताह से बन्द है व इसका संचालन सुनील कुमार द्वारा किया जाता है। वर्तमान में चिकित्सालय का पंजीकरण मुख्य चिकित्सा अधिकारी जौनपुर के कार्यालय में नहीं है और न ही संचालक द्वारा कोई आवेदन किया गया है। यह चिकित्सालय बिना पंजीकरण कराये अवैध रूप से संचालित किया जा रहा था। चिकित्सालय के बेसमेंट व भूतल को सील करते हुए संचालक सुनील कुमार के विरूद्व कोतवाली मुकदमा पंजीकृत करा दिया गया है।इस प्रकार चंदवक के उपजिलाधिकारी शैलेंद्र कुमार के नेतृत्व में प्रभारी डिप्टी सीएमओ डॉ. आलोक कुमार सिंह और स्वास्थ्य विभाग की टीम ने चंदवक बाजार आजमगढ़ रोड पर स्थित अंशिका चाइल्ड केयर, किर्ती बाल चिकित्सालय और यथार्थ हास्पिटल पर छापा मारा। जांच में अंशिका चाइल्ड केयर और किर्ती बाल चिकित्सालय में डॉक्टरों की वैध डिग्री और अस्पताल का पंजीकरण नहीं मिला।तीनों अस्पतालों को सील कर दिया गया और वहां भर्ती मरीजों को सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र (सीएचसी) व अन्य अस्पतालों में स्थानांतरित किया गया। प्रभारी डिप्टी सीएमओ डॉ. आलोक कुमार सिंह ने बताया कि अवैध रूप से संचालित अस्पतालों के खिलाफ यह अभियान जारी रहेगा और दोषियों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी।
(Udaipur Kiran) / विश्व प्रकाश श्रीवास्तव
