
जींद, 14 अक्टूबर (Udaipur Kiran News) । आईपीएस वाई पूरन सिंह मामले में जुलाना निवासी संदीप ने मंगलवार को आत्महत्या कर ली। आत्महत्या से पहले संदीप ने एक वीडियो भी सोशल मीडिया पर वायरल किया। जिसमें गंभीर आरोप लगाए गए हैं। संदीप की आत्महत्या की खबर जैसे ही जुलाना पहुंची तो पूरे क्षेत्र में मातम छा गया। रविवार को ही संदीप अपने घर आया था, लेकिन मंगलवार को उसकी मौत की सूचना मिलते ही परिवार और आस-पड़ोस में शोक की लहर दौड़ गई। परिजनों ने संदीप की मौत पर गहरा दुख जताते हुए न्याय की मांग की है। उन्होंने साफ कहा है कि जब तक मामले की निष्पक्ष जांच नहीं होगी और न्याय नहीं मिलेगा तब तक शव का अंतिम संस्कार नहीं किया जाएगा। मृतक संदीप के चाचा के बेटे शीशपाल आर्य ने बताया कि बुधवार को सभी परिजन और रिश्तेदार एकत्रित होंगे और आगे की रणनीति तय करेंगे।
संदीप का परिवार सेवा और त्याग की परंपरा से जुड़ा रहा है। उनके पिता दयानंद पुलिस विभाग में इंस्पेक्टर के पद पर कार्यरत रहे थे। रिटायरमेंट के बाद करीब 20 वर्ष पहले वे रेल से सफर के दौरान हादसे का शिकार हो गए थे। जिसमें उनकी मृत्यु हो गई थी। संदीप के दादा भरत सिंह भारतीय सेना में सेवाएं दे चुके थे और उन्हीं से प्रेरित होकर संदीप ने पुलिस की नौकरी को चुना था। 2007 में संदीप ने पुलिस की नौकरी ज्वाइन की।
मंगलवार को शीशपाल ने बताया कि संदीप के परिवार में उसकी पत्नी, दो बेटियां और एक बेटा है। बड़ी बेटी प्रतिभा नीट की तैयारी कर रही है। जबकि छोटी बेटी नौवीं कक्षा में पढ़ाई कर रही है। बेटा राणू अभी चौथी कक्षा का छात्र है। लगभग पांच साल पहले संदीप अपने परिवार के साथ रोहतक में शिफ्ट हो गया था, जहां वह नौकरी कर रहा था। लोग न्याय की मांग कर रहे हैं। परिवार का कहना है कि जब तक प्रशासन और पुलिस मामले की सच्चाई सामने नहीं लाते तब तक अंतिम संस्कार नहीं किया जाएगा।
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(Udaipur Kiran) / विजेंद्र मराठा
