Bihar

टिकट बंटवारे के बाद एनडीए में घमासान!, गोपालगंज और बैकुंठपुर में बगावत के सुर

Naksha

गोपालगंज, 14 अक्टूबर (Udaipur Kiran News) । बिहार विधानसभा चुनाव के लिए एनडीए गठबंधन में टिकट बंटवारे के बाद राजनीतिक भूचाल मचा हुआ है। जिले की भाजपा और जदयू दोनों ही पार्टियों में असंतोष और कलह खुलकर सामने आने लगा है।

सूत्रों की मानें तो दोनों दलों के कई असंतुष्ट नेता जल्द ही इस्तीफा देकर बगावत का बिगुल फूंक सकते हैं। सबसे ज्यादा नाराजगी बैकुंठपुर और गोपालगंज विधानसभा क्षेत्र में देखने को मिल रही है। गोपालगंज सीट पर टिकट के लिए एक दर्जन से अधिक नेताओं ने जोर आजमाइश की थी, जिनमें भाजपा के पूर्व जिलाअध्यक्ष अनुप कुमार श्रीवास्तव, डॉ. विशाल गुप्ता और जिला परिषद अध्यक्ष सुभाष सिंह जैसे प्रभावशाली नाम शामिल थे।

बताया जा रहा है कि इन नेताओं ने टिकट पाने के लिए पटना से लेकर दिल्ली तक दौड़-भाग और लॉबिंग में कोई कसर नहीं छोड़ी। हालांकि पार्टी हाईकमान द्वारा उम्मीदवार तय किए जाने के बाद कई दावेदारों में नाराजगी और असंतोष स्पष्ट रूप से झलक रहा है। सूत्र बताते हैं कि कुछ नेताओं ने पार्टी नेतृत्व पर कार्यकर्ताओं की उपेक्षा का आरोप लगाया है और अब वे स्वतंत्र चुनाव लड़ने या पार्टी छोड़ने के मूड में हैं।

भाजपा के पूर्व अध्यक्ष ने अनुप कुमार श्रीवास्तव ने चुनाव लड़ने को लेकर सोशल मीडिया पर पोस्ट किया है। इसी तरह बैकुंठपुर विधानसभा क्षेत्र में भी एनडीए के भीतर दरारें गहराती दिख रही हैं। भाजपा के वरिष्ठ नेता मिथिलेश तिवारी और जदयू के दिग्गज नेता मंजीत कुमार सिंह दोनों ने टिकट की दौड़ में पूरी ताकत झोंक दी थी।

टिकट बंटवारे के बाद भाजपा ने मिथिलेश तिवारी चुनाव मैदान उतारा हैं, जबकि जदयू नेता मंजीत कुमार सिंह ने भी स्वतंत्र रूप से चुनाव लड़ने की घोषणा कर दी है। वर्ष 2020 में हुए विधानसभा के चुनाव में बैकुंठपुर विधानसभा भाजपा के खाते में चली गई थी। उस समय भी मंजीत कुमार सिंह ने निर्दलीय चुनाव लड़कर लगभग 40 हजार वोट लाकर चुनाव हार गए थे और भाजपा को भी हरा दिया। राजद के प्रेमशंकर यादव की जीत हुई।

राजनीतिक गलियारों में चर्चा है कि यदि मंजीत सिंह मैदान में उतरते हैं, तो बैकुंठपुर सीट पर एनडीए का समीकरण बिगड़ सकता है। भाजपा और जदयू के बीच बढ़ती यह खींचतान न केवल कार्यकर्ताओं का मनोबल प्रभावित कर रही है, बल्कि विपक्षी दलों के लिए भी इसका लाभ उठाने का मौका बन सकता है।

सूत्रों का कहना है कि एनडीए नेतृत्व ने हालांकि आंतरिक मतभेदों को सामान्य स्थिति बताते हुए कहा है कि जल्द ही सभी असंतुष्टों को राजी करने का प्रयास किया जाएगा। मगर राजनीतिक पर्यवेक्षकों का मानना है कि यदि यह नाराजगी नियंत्रित नहीं हुई, तो गोपालगंज और बैकुंठपुर दोनों सीटों पर एनडीए को भीतरघात का सामना करना पड़ सकता है।

जैसे-जैसे नामांकन की प्रक्रिया आगे बढ़ रही है, जिले की राजनीति में बगावत की सुगबुगाहट तेज होती जा रही है। एनडीए के लिए यह चुनौती अब सिर्फ विपक्ष से नहीं, बल्कि अपनों के असंतोष से भी है, जो आने वाले दिनों में चुनावी समीकरण को नया मोड़ दे सकती है।

-1 बैकुंठपुर चुनाव परिणाम-2020 एक नजर में—

-प्रेमशंकर प्रसाद-राजद-67807

-मिथिलेश तिवारी-भाजपा-56694

– मंजीत कुमार सिंह-निर्दलीय 43354 इनके अतिरिक्त 13 लोग चुनाव मैदान में रहे।

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गोपालगंज चुनाव परिणाम-2022 एक नजर में—–

-कुसुम देवी-भाजपा-70032

-मोहन प्रसाद गुप्ता—राजद-68243

-अब्दुल सलाम-ओवैसी की पार्टी-12212

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(Udaipur Kiran) / Akhilanand Mishra

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