
सागर, 14 अक्टूबर (Udaipur Kiran News) । मध्य प्रदेश के सागर जिले में वीरांगना दुर्गावती टाइगर रिजर्व से विस्थापित हुए गरीब परिवारों को मिले मुआवजे में बड़ा घोटाला सामने आया है। एचडीएफसी बैंक की रहली शाखा के तीन तत्कालीन कर्मचारियों पर 26 खाताधारकों के खातों से 1.28 करोड़ रुपये की राशि हड़पने का आरोप है। बैंक प्रबंधन की शिकायत पर रहली थाना पुलिस ने मंगलवार को तीनों आरोपितों के खिलाफ धोखाधड़ी का मामला दर्ज कर लिया है। मामले में अभी और भी खातों की जांच चल रही है, जिससे घोटाले की रकम बढ़ने की आशंका है।
जानकारी के अनुसार, वीरांगना दुर्गावती टाइगर रिजर्व से विस्थापित किए जा रहे परिवारों के लिए सरकार ने मुआवजा राशि देने के लिए एचडीएफसी बैंक की रहली शाखा में खाते खुलवाए थे। जब इन खातों में मुआवजा राशि आई, तो बैंक के कर्मचारियों ने विस्थापितों की बिना अनुमति के एफडी करने के नाम पर उनकी बीमा पॉलिसी कर दीं। इसके अलावा, कई लोगों से खाली चेक लेकर रुपये निकाल लिए गए। जब विस्थापित लोग अपनी जरूरत के लिए पैसे निकालने बैंक पहुंचे तो उनके खातों में पैसे नहीं थे।
विस्थापित परिवारों के साथ ही धोखाधड़ी की रहली एसडीएम और लीड बैंक प्रबंधक ने जांच कराई। कलेक्टर संदीप जीआर को सौंपी गई जांच रिपोर्ट में 26 खाताधारकों के खातों से एक करोड़ 28 लाख 70 हजार रुपये की हेराफेरी की पुष्टि हुई। इसके बाद मंगलवार को एचडीएफसी बैंक के हेड क्लस्टर ऑफिसर प्रभात सक्सेना ने रहली थाने में शिकायत दर्ज कराई, जिसके आधार पर पुलिस ने तत्कालीन कर्मचारी नितिन द्विवेदी, कार्तिक नायडू और राहुल भट्ट के खिलाफ मामला दर्ज किया है।
मामले को लेकर रहली थाना प्रभारी सुनील शर्मा ने बताया कि एचडीएफसी बैंक शाखा रहली के तीन कर्मचारियों के खिलाफ शिकायत मिली थी। शिकायत के आधार पर मामला दर्ज कर जांच में लिया है। मामले में बैंक के खाताधारकों के खातों से बड़ी राशि का गबन किया गया है।
(Udaipur Kiran) तोमर
