Uttar Pradesh

उप्र में अब तक 256 दुर्दांत अपराधी मारे गए, मेरठ जोन अव्वल

सांकेतिक फाेटाे

– राज्य सरकार की जीरो टॉलरेंस नीति के तहत जारी हैं एनकाउंटर की कार्रवाई

– सबसे अधिक 85 अपराधी ढेर करने के चलते मेरठ जोन पहले स्थान पर

लखनऊ, 14 अक्टूबर (Udaipur Kiran News) । मिशन शक्ति 5.0 के तहत उत्तर प्रदेश पुलिस अपराधियों के खिलाफ कार्रवाई कर रही है। पिछले 20 दिनों की बात की जाए तो पुलिस ने 12 से अधिक अपराधियों का मुठभेड़ में पकड़ा है। इस दौरान कई अपराधी मारे भी गए हैं। पुलिस ने बीते सोमवार को मेरठ में एक बच्ची के साथ दरिंदगी के मामले में 25 हजार के इनामी बदमाश शहजाद उर्फ निक्की को ढेर किया। वहीं, कुछ दिन पहले बरेली जिले में अभिनेत्री दिशा पाटनी के घर पर फायरिंग करने वाले बदमाशों को करारा जवाब दिया गया। एनकाउंटर की कार्यवाही में 256 दुर्दांत अपराधियों को पुलिस ने ढेर कर यमलोक पहुंचाया है।

एनकाउंटर में पहले स्थान पर मेरठ जोन

अपर पुलिस महानिदेशक कानून एवं व्यवस्था अमिताभ यश ने बताया कि राज्य सरकार ने जीरो टॉलरेंस नीति के तहत प्रदेश में पिछले साढ़े आठ वर्षों में अपराध और अपराधियों के खिलाफ ताबड़तोड कार्रवाई की। एनकाउंटर में 256 दुर्दांत अपराधी मारे गए तो 31,960 अपराधियों को गिरफ्तार किया गया। पुलिस ने कुल 15,726 मुठभेड़ की कार्रवाईयां कीं हैं, जिनमें 10,324 अपराधी घायल हुए हैं। 18 पुलिसकर्मी शहीद और 1,754 पुलिसकर्मी घायल हुए हैं।

प्रदेश में सबसे अधिक मुठभेड़ मेरठ ज़ोन में दर्ज की गईं, जहां पुलिस ने 4,453 कार्रवाई की। इन कार्रवाई में 8,312 अपराधी दबोचे गये जबकि 3,131 अपराधी घायल हुए। 85 कुख्यात अपराधियों को मौके पर ही मार गिराया गया। इस दौरान 461 पुलिसकर्मी घायल हुए जबकि अपने कर्तव्य का निर्वहन करते हुए दो पुलिसकर्मी शहीद हो गये। एनकाउंटर की कार्रवाई ने पूरे प्रदेश में मेरठ जोन पहले स्थान पर रहा है।

इसी तरह, वाराणसी ज़ोन में 1,108 मुठभेड़ हुईं, जिनमें 2,128 अपराधियों को गिरफ्तार किया गया जबकि 27 अपराधियों को मुठभेड़ में ढेर किया गया। इस दौरान 688 अपराधी और 99 पुलिसकर्मी घायल हुए। पूरे प्रदेश में वाराणसी जोन एनकाउंटर कार्रवाई में दूसरे स्थान पर है।

एनकाउंटर कार्रवाई में पूरे प्रदेश में आगरा जोन तीसरे स्थान पर है। यहां 2,374 एनकाउंटर की कार्रवाई की गईं, जिनमें 5,631 अपराधियों को दबोचा गया। इस दौरान 816 अपराधी घायल हुए जबकि 22 अपराधी मार गिराए गए। मुठभेड़ के दौरान 59 पुलिसकर्मी घायल हुए।

गाजियाबाद कमिश्नरी ने मारी बाजी, 13 अपराधी किये ढेर

एनकाउंटर आंकड़ों पर नजर डालें तो लखनऊ ज़ोन में 846 मुठभेड़ के दौरान 17 दुर्दांत अपराधियों को मारा गया। प्रयागराज ज़ोन में 572 मुठभेड़ के दौरान 10 अपराधी मारे गए। बरेली ज़ोन में 2,059 मुठभेड़ में 17, कानपुर जोन में 717 मुठभेड़ में 12 और गोरखपुर जोन में 642 मुठभेड़ में 8 अपराधियों को मारा गया।

इसी तरह, लखनऊ कमिश्नरी में 138 मुठभेड़ में 12, गौतमबुद्ध नगर में 1,117 मुठभेड़ में 9, वाराणसी कमिश्नरी में 131 मुठभेड़ में 7, कानपुर कमिश्नरी में 234 मुठभेड़ में 4, आगरा कमिश्नरी में 458 मुठभेड़ में 7, गाजियाबाद कमिश्नरी में 736 मुठभेड़ में 13 और प्रयागराज कमिश्नरी में 141 मुठभेड़ में 6 अपराधियों को ढेर किया गया।

प्रदेश छोड़ने को मजबूर अपराधी

उत्तर प्रदेश में योगी सरकार की ‘जीरो टॉलरेंस’ नीति के तहत अपराधियों के खिलाफ चला यह साढ़े आठ वर्षीय अभियान न सिर्फ आंकड़ों में बल्कि जमीनी हकीकत में भी कानून का राज स्थापित करने में सफल रहा है। पुलिस की त्वरित, कठोर और साहसिक कार्रवाई ने अपराधियों को प्रदेश छोड़ने पर मजबूर कर दिया है और उत्तर प्रदेश अब भयमुक्त और सुरक्षित राज्य के रूप में अपनी पहचान को सशक्त कर रहा है।

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(Udaipur Kiran) / दीपक

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