
मीरजापुर, 13 अक्टूबर (Udaipur Kiran News) । विंध्याचल धाम के मोतीझील मार्ग स्थित भंडारा स्थल परिसर में चल रही 10 दिवसीय रामलीला के चौथे दिन रविवार की रात राम वनगमन, लक्ष्मण-परशुराम संवाद और कैकेई-मंथरा प्रसंग का भावपूर्ण मंचन हुआ। मंच पर जब श्रीराम वन के लिए प्रस्थान करते दिखे, तो पंडाल में उपस्थित दर्शकों की आंखें नम हो उठीं और “जय श्रीराम” के जयकारे गूंजने लगे।
कार्यक्रम के मुख्य अतिथि पिछड़ा आयोग उपाध्यक्ष व दर्जा प्राप्त राज्यमंत्री सोहनलाल श्रीमाली ने प्रभु श्रीराम, सीता और लक्ष्मण की आरती कर शुभारंभ किया। उन्होंने कहा कि श्रीराम का जीवन सत्य, मर्यादा और धर्मपालन का अद्भुत उदाहरण है।
रामलीला में कमल मिश्र (श्रीराम), देवी दीक्षित (लक्ष्मण), पूजा वर्मा (सीता), नमिता पांडेय (कैकेई), मनोज शर्मा (मंथरा) सहित अन्य कलाकारों ने उत्कृष्ट अभिनय से दर्शकों का मन मोह लिया। गुरु विश्वामित्र की भूमिका में आदर्श उपाध्याय और राजा दशरथ के रूप में प्रशांत द्विवेदी ने सभी का ध्यान खींचा।
मंच संचालन आदर्श उपाध्याय ने किया। संयोजन कमल मिश्र व शिखर गिरी ने किया। समिति के संरक्षक प्रकाश चंद्र पांडेय, अध्यक्ष संगम लाल त्रिपाठी सहित सभी पदाधिकारियों और सुरक्षा कर्मियों ने कार्यक्रम को सफल बनाया। पूरा विंध्याचल भक्ति और भावनाओं से सराबोर रहा।
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(Udaipur Kiran) / गिरजा शंकर मिश्रा
