-एसआईटी अधिकारियाें ने की अमनीत पी कुमार से मीटिंग
चंडीगढ़, 13 अक्टूबर (Udaipur Kiran News) । हरियाणा के आईपीएस अधिकारी वाई पूरन कुमार के पोस्टमार्टम में अब पेंच फंस गया है। चंडीगढ़ पुलिस ने परिवार की मांग पर जहां एफआईआर में एससी/एसटी एक्ट की कड़ी धारा को शामिल कर दिया है। चंडीगढ़ प्रशासन लगातार परिवार के संपर्क में है।सोमवार को प्रशासन ने परिवार की एक और मांग को पूरा करते हुए पोस्टमार्टम टीम में एक मजिस्ट्रेट को शामिल करने पर सहमति दे दी है। चंडीगढ़ पुलिस की एसआईटी में शामिल एसपी सिटी केएम प्रियंका ने सोमवार की सुबह अमनीत पी कुमार से मुलाकात की। देरशाम एसआईटी के एक अन्य अधिकारी ने अमनीत से केस के सिलसिले में बातचीत की। उन्होंने बताया कि मेडिकल बोर्ड में एक बैलिस्टिक विशेषज्ञ और एक मैजिस्ट्रेट को शामिल करने की मांग मान ली गई है। पीजीआई में मेडिकल बोर्ड का गठन पहले ही हो चुका है। परिवार की मांग पर चंडीगढ़ प्रशासन की ओर से यह तय किया गया है कि पोस्टमॉर्टम पीजीआई के डॉक्टरों की टीम द्वारा किया जाएगा।
इस बीच आज चंडीगढ़ प्रशासन ने पोस्टमार्टम की तैयारी भी की लेकिन अमनीत पी कुमार शव की शिनाख्त करने के लिए पीजीआई नहीं गई। इस संबंध में रविवार की रात एसआईटी ने उन्हें पत्र लिखकर शव की शिनाख्त के लिए कहा था लेकिन वह आज पीजीआई नहीं गई। चंडीगढ़ प्रशासन के अधिकारियों के बाद हरियाणा के मुख्य सचिव अनुराग रस्तोगी ने भी आज अमनीत पी कुमार से मुलाकात की। करीब आधा घंटा तक चली बैठक का कोई नतीजा सामने नहीं आया। अनुराग रस्तोगी भी परिवार को मनाने में विफल रहे। जिसके चलते आज सातवें दिन भी वाई पूरन कुमार के शव का पोस्टमार्टम नहीं हो सका।
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(Udaipur Kiran) शर्मा
