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पेंशनर्स सयुंक्त सघर्ष समिति 17 अक्तूबर को उतरेगी सड़कों पर, सरकार के खिलाफ होगा प्रदर्शन

धर्मशाला, 13 अक्टूबर (Udaipur Kiran News) । हिमाचल प्रदेश पेंशनर्स सयुंक्त सघर्ष समिति द्वारा 17 अक्तूबर को अपनी लंबित मांगों को लेकर धर्मशाला में धरना-प्रदर्शन और आक्रोश रैली निकाली जाएगी। इसमें जिला कांगड़ा के 18 विभागों के पेंशनर्ज शहीद स्मारक के नजदीक चीलगाड़ी चौक पर 11 बजे इकठ्ठा होंगे। वहां से जिला मुख्यालय के कचहरी चौक, राज्य सचिवालय व उपायुक्त कार्यालय तक रैली आएगी। कचहरी अड्डा धर्मशाला में संघर्ष समिति के चेयरमैन सुरेश ठाकुर के अलावा आधा दर्जन के करीब पेंशनर्ज नेता रैली को संबोधित करेंगे। इस दौरान मुख्यमंत्री को एक ज्ञापन भी जिलाधीश के माध्यम से सौंपा जाएगा। संघर्ष समिति के चेयरमैन ने मुख्यमंत्री से फिर अपील की है कि वह पेंशनरों की मांगों पर गंभीरता से विचार करें, अन्यथा यह आंदोलन उग्र रूप धारण करेगा।

इस संबंध में जिला कांगड़ा की बैठक सोमवार को जिला मुख्यालय धर्मशाला में रविंदर राणा संयोजक जिला कांगड़ा की अध्यक्षता में आयोजित की गई। जिसमें सुरेश ठाकुर सयुंक्त सघर्ष समिति के चेयरमैन बतौर मुख्यातिथि अपस्थित रहे। बैठक मैं संघर्ष समिति के सह-संयोजक बलराम पुरी, राजेश राणा और सेठ राम भी उपस्थित रहे।

प्रदेशाध्यक्ष सुरेश ठाकुर ने कहा कि संयुक्त समिति की मुख्य मांगों में 1 जनवरी 2016 से 31 जनवरी 2022 के मध्य सेवानिवृत हुए कर्मचारियों के वित्तीय लाभों में ग्रेजुएटी, कम्युटेशन, लीव एनकशमेंट, 16 महगांई भत्ते, 111 माह का एरियर, एचआरटीसी की अगस्त और सितंबर माह की पैंशन, पैंशन का स्थाई समाधान, बिजली बोर्ड के कर्मचारियों को ओपीएस प्रणाली को अपनाना, नगर निकाय के पेंशनरों को 1 जनवरी 2016 के स्केल से पैंशन देना तथा कॉर्पोरेट सेक्टर के पेंशनरों को 1999 की अधिसूचना के आधार पर स्थाई पैंशन देना शामिल है। संघर्ष समिति ने मंगलवार को स्वयंभू नेताओं व मुठी भर पेंशनरों द्वारा आंदोलन करने पर कड़ी आपत्ति दर्ज की है।

समिति के चेयरमैन ने कहा कि यह वही लोग हैं, जो अपने समय में सरकार के पिठू थे और पेंशनरों को धोखा देते रहे हैं। वहीं अब भी व्यक्तिगत लाभ लेकर सरकार से मिलकर पेंशनरों को धोखा देने की कोशिश कर रहे हैं।

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(Udaipur Kiran) / सतेंद्र धलारिया

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