Haryana

हिसार : एडीजीपी मामले में कार्रवाई न होना सरकार की दोगली नीति का परिणाम : दलबीर किरमारा

इनेलो नेता दलबीर किरमारा।

हिसार, 13 अक्टूबर (Udaipur Kiran News) । वरिष्ठ इनेलो नेता दलबीर किरमारा ने वरिष्ठ आईपीएस अधिकारी वाई पूर्ण कुमार की मौत के सात दिन बाद भी आरोपियों पर कार्रवाई न होने पर चिंता जाहिर करते हुए इसे संविधान की अवहेलना व अपमान बताया है। उन्होंने कहा कि लंबे चौड़े भाषण देकर राजनीति करने वाली भाजपा सरकार की दोगली नीति अब खुलकर सामने आ गई है और यह साबित हो गया है कि देश में दो संविधान व दो कानून हैं।दलबीर किरमारा ने साेमवार काे कहा कि माननीय सुप्रीम कोर्ट का आदेश है कि एससीएसटी एक्ट के मामलों में केस दर्ज करके आरोपियों को तुरंत गिरफ्तार किया जाए और फिर उनकी जांच की जाए, लेकिन भाजपा सरकार में सुप्रीम कोर्ट के इन आदेशों की धज्जियां उड़ाई जा रही हैं। दिवंगत एडीजीपी वाई पूर्ण कुमार ने सुसाइड नोट में कई अफसरों के नाम लिखे हैं। वहीं उनकी आईएएस पत्नी भी लिखित शिकायत ऐसे अधिकारियों के खिलाफ दे चुकी हैं, लेकिन न तो सरकार सुसाइड नोट के आधार पर कार्रवाई कर रही और न ही आईएएस अमनीत कुमार की शिकायत पर कार्रवाई कर रही है। उन्होंने कहा कि यदि कोई आम आदमी या किसी दलित नागरिक की इस तरह मौत या हत्या हो जाए और वे नागरिक अस्पताल या सड़क पर शव रखकर आरोपियों पर कार्रवाई की मांग करें, तो सरकार व प्रशासन की ओर से यह दुष्प्रचार फैलाया जाता है कि उक्त लोग नौकरी या पैसे के लिए कर रहे हैं, लेकिन एडीजीपी वाई पूर्ण कुमार के मामले में ऐसा नहीं है। एक आईपीएस अधिकारी को मरने के लिए मजबूर कर दिया गया और उनकी आईएएस पत्नी इंसाफ मांग रही है। जब एक आईपीएस के लिए एक आईएएस को इस तरह शव रखकर इंसाफ मांगना पड़ रहा है तो फिर आम जनता का इंसाफ मांगना या उम्मीद करना बेमानी है। दलबीर किरमारा ने कहा कि सरकार को चाहिए कि वह सुसाइड नोट व एडीजीपी की पत्नी की शिकायत के आधार पर आरोपियों को तुरंत गिरफ्तार करवाए और फिर मामले की जांच करे।

(Udaipur Kiran) / राजेश्वर

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