
—17 अक्टूबर के बाद अधिकतम और न्यूनतम तापमान का अंतर और कम होगा
वाराणसी, 13 अक्टूबर (Udaipur Kiran News) । पूर्वांचल में मौसम ने करवट लेना शुरू कर दिया है। वाराणसी जनपद में अक्टूबर के दूसरे सप्ताह के अंत तक आते-आते गुलाबी ठंड का एहसास होने लगा है। सुबह-शाम हल्की सिहरन, अलसुबह धुंध और वातावरण में नमी लोगों को ठंड के आगमन का संकेत दे रही है।
बीते तीन-चार दिनों से आसमान साफ रहने के बावजूद दोपहर बाद हल्की बदली और पछुआ हवाओं के असर से मौसम में नमी महसूस की जा रही है। सोमवार को भी इसी तरह की स्थिति बनी रही। इस बदलाव के पीछे पहाड़ी इलाकों में हो रही बर्फबारी और पछुआ हवाओं का असर बताया जा रहा है।
—तापमान में गिरावट शुरू
सोमवार को अधिकतम तापमान 29 डिग्री सेल्सियस और न्यूनतम तापमान 21 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जबकि आद्रता 49 प्रतिशत रही। रविवार को अधिकतम तापमान 33.5 और न्यूनतम 21.6 डिग्री सेल्सियस था, जिससे साफ है कि तापमान में गिरावट का रुख बना हुआ है।
—17 अक्टूबर के बाद बढ़ेगी ठंड
बीएचयू के मौसम वैज्ञानिक प्रो. मनोज श्रीवास्तव के अनुसार, बीते दो दिनों से ऊपरी सतह पर पछुआ हवाओं का दबाव बढ़ा है, जिससे मौसम में ठंडक बढ़ रही है। उन्होंने बताया कि आगामी सप्ताह में तापमान में हल्की गिरावट और सुबह-शाम की सिहरन बनी रहने की संभावना है। आंचलिक मौसम विज्ञान केंद्र, लखनऊ के अनुसार, निचले क्षोभमंडल में सक्रिय पछुआ और उत्तर-पश्चिमी हवाओं के कारण मौसम शुष्क बना रहेगा। अधिकतम तापमान में फिलहाल किसी बड़े बदलाव की संभावना नहीं है, लेकिन न्यूनतम तापमान में धीरे-धीरे गिरावट आ सकती है। स्थानीय लोगों को अब सुबह-शाम हल्के गर्म कपड़े पहनने की जरूरत महसूस हो रही है। मौसम वैज्ञानिकों का मानना है कि 17 अक्तूबर के बाद अधिकतम और न्यूनतम तापमान के बीच का अंतर और कम होगा, जिससे सिहरन का प्रभाव और स्पष्ट रूप से महसूस किया जाएगा।
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(Udaipur Kiran) / श्रीधर त्रिपाठी
