
जबलपुर, 12 अक्टूबर (Udaipur Kiran News) ।
लोगों को ठगने के लिए साइबर ठगों ने नए- नए तरीके निकाले हैं। इस बार ठगों ने डॉक्टर का अपॉइंटमेंट दिलाने के नाम पर एक जनरल स्टोर संचालक से 2 लाख 55 हजार रुपए ठग लिए।
पुलिस के अनुसार गंजीपुरा क्षेत्र के रहने वाले सुधीर नायक, जिनकी पत्नी लंबे समय से बीमार होने के कारण पैरों की परेशानी से जूझ रही थी। पत्नी के इलाज के लिए 4 अक्टूबर को उन्होंने ऑनलाइन बेस्ट न्यूरो सर्जन का नंबर सर्च किया और परिणाम में मिले नंबर पर कॉल किया। कॉल रिसीव करने वाले व्यक्ति ने खुद को डॉक्टर के असिस्टेंट के रूप में बताया और अपॉइंटमेंट के लिए अगले दिन लिंक और एक एपीके फाइल भेजी। सुधीर नायक ने फाइल डाउनलोड कर उसमें दिए गए निर्देशों का पालन किया। फाइल में लिखा था कि सिर्फ 10 रूपए जमा कर अपॉइंटमेंट कन्फर्म करें लेकिन जैसे ही उन्होंने फाइल खोली, उनका मोबाइल फोन हैक हो गया। 6 अक्टूबर को खाते से कई ट्रांजैक्शन हुए और कुल 2 लाख 55 हजार 682 रुपए निकाल लिए गए। इसके बाद पीडि़त को ठगी का अहसास तब हुआ जब बैंक से लगातार मैसेज आने लगे। उन्होंने लार्डगंज थाने और बैंक में शिकायत की, पर कोई सुनवाई नहीं हुई। अंतत: रविवार को उन्होंने साइबर सेल में मामला दर्ज कराया।
साइबर एक्सपर्ट इंस्पेक्टर नीरज नेगी के अनुसार यह ठगी का नया तरीका है। डॉक्टर या उनके असिस्टेंट बनकर अपॉइंटमेंट लिंक भेजकर लोगों को फंसा रहे हैं। जबकि पहले ठग पुलिस, सीबीआई या कस्टम अधिकारी बनकर ठगी करते थे। ठग एपीके फाइल के जरिए मोबाइल और बैंक खातों तक पहुंच बना लेते हैं।
साइबर पुलिस ने लोगों से अपील की है कि किसी भी अनजान लिंक या एपीके फाइल पर क्लिक न करें। यदि आपके खाते से कोई संदिग्ध ट्रांजैक्शन हो, तो तुरंत अपने बैंक और साइबर पुलिस को सूचित करें।
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(Udaipur Kiran) / विलोक पाठक
