मुंबई, 12 अक्टूबर (Udaipur Kiran News) । मुंबई व उपनगरों में मानसून ने इस साल मई महीने में ही हलचल मचाई थी। अब मानसून की वापसी के बाद अक्टूबर हीट ने दस्तक दे दी है। इसके साथ ही आबोहवा भी जहरीली होने लगी है। शहर का वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआई) पर जबरदस्त असर पड़ा है। दिवाली बाद पर्यावरण संतुलन पर विपरीत असर पड़ने की संभावना मौसम वैज्ञानिकों ने जताई है।
मौसम वैज्ञानिकों के अनुसार मुंबई शहर व उपनगरों में अधिकतम पारा 34 डिग्री सेल्सियस के पार पहुंच चुका है। लोग तपिश भरी गर्मी से परेशान हैं। आगामी दिनों में अधिकतम तापमान और बढ़ने का अनुमान है। केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (सीपीसीबी) के डैशबोर्ड के अनुसार रविवार की सुबह में मुंबई का एक्यूआई 156 दर्ज किया गया, जो ‘मध्यम’ श्रेणी में आता है। देवनार क्षेत्र में एक्यूआई 288 दर्ज किया गया, जो ‘खराब’ श्रेणी में आता ह।
मुंबई शहर के 24 एक्यूआई निगरानी केंद्रों में से 21 में ‘मध्यम’ एक्यूआई दर्ज किया गया, दो स्थानों पर ‘संतोषजनक’ और एक स्थान पर ‘खराब’ एक्यूआई दर्ज किया गया। इस साल 10 अक्टूबर को मानसून की विदाई के बाद से ही मुंबई की वायु गुणवत्ता लगातार गिर रही है। इस महीने 1 से 9 तारीख तक एक्यूआई 100 से नीचे था, जो ‘संतोषजनक’ श्रेणी में आता है। 10 अक्टूबर को एक्यूआई 134 दर्ज हुआ, और अगले दिन यह बढ़कर 152 हो गया। जलवायु विशेषज्ञों और वायुमंडलीय वैज्ञानिकों का कहना है कि आने वाले दिनों में मुंबई का एक्यूआई और भी खराब हो सकता है।
राष्ट्रीय उन्नत विज्ञान संस्थान (एनाईएएस) के चेयर प्रोफेसर डॉ. गुफरान बेग ने बताया कि “इस वर्ष मानसून की वापसी के तुरंत बाद शहर का एक्यूआई बिगड़ना शुरू हो गया है। साल 2021 की सर्दियों में भी ऐसा ही हुआ था जब भारत के पश्चिमी तट पर हवाएं बहुत धीमी हो गई थीं। इस साल अक्टूबर के अंत तक हवा की दिशा और गति में कमी आने की संभावना है। इससे नवंबर महीने में मुंबई की एक्यूआई बिगड़ सकती है।
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(Udaipur Kiran) / वी कुमार
