Uttar Pradesh

धर्मांतरण हिंदू समाज के लिए अभिशाप, इसे रोकने को आगे आए पूज्य युवा संत : दिनेश

प्रयागराज: संत चिंतन शिविर में संतो को संबोधित करते हुए विहिप के केन्द्रीय संरक्षक दिनेश एवं अन्य संतो का छाया चित्र
प्रयागराज: संत चिंतन शिविर में संतो को संबोधित करते हुए विहिप के केन्द्रीय संरक्षक दिनेश एवं अन्य संतो का छाया चित्र

प्रयागराज, 12 अक्टूबर (Udaipur Kiran News) । धर्मांतरण हिंदू समाज के लिए अभिशाप है इसके लिए व्यापक जागरण और समाज का प्रबोधन हो, इसमें पूज्य युवा संतों की अहम भूमिका होगी, संतों को आगे आकर धर्मांतरण को रोकना होगा,गोपालन के लिए समाज को प्रेरित करना होगा। यह बात रविवार को प्रयागराज के झूंसी स्थित कैलाश आश्रम में आयोजित विश्व हिन्दू परिषद लखनऊ क्षेत्र द्वारा आयोजित संत चिंतन शिविर में संतों को संबोधित करते हुए विहिप के केन्द्रीय संरक्षक दिनेश ने कही।

उन्होंने कहा कि हिंदू समाज को विखंडित करने वाली शक्तियां आज सक्रिय हैं मंदिरों को सरकारी नियंत्रण से स्वाधीन किया जाना हिंदू समाज की आवश्यकता है। विभाजनकारी मानसिकता को पहचानने का कार्य पूज्य संतों को करना है, तोड़ने वाली शक्तियों को पहचान कर ऐसे भेदभाव वाले विषयों को समाज से दूर कर आज के समक्ष हिंदू समाज के लिए बनी चुनौती विस्तारवादी चर्च, कट्टरपंथी इस्लाम, मार्क्सवाद, धर्मनिरपेच्छता वादी बाजारवाद सक्रिय हैं। विदेशी वित्त पोषित तथा कथित प्रगतिशील वादी धर्मांतरणकारी शक्तियां और भारत विरोधी वैश्विक समूह भी आज हिंदू समाज के लिए चुनौती बना हुआ है। इनका अंतिम लक्ष्य हिंदू समाज को तोड़ना है, भारत की जड़ों पर प्रहार करना है, धर्मांतरण हिंदू समाज के लिए अभिशाप है इसके लिए व्यापक जागरण और समाज का प्रबोधन हो, इसमें पूज्य युवा संतों की अहम भूमिका होगी, संतों को आगे आकर धर्मांतरण को रोकना होगा। गोपालन के लिए समाज को प्रेरित करना होगा, समाज एकजुट हो इसके लिए सामाजिक समरसता के भाव पर समाज का मार्गदर्शन करना होगा। इन्हीं विषयों पर पूज्य संतों के विचार आमंत्रित हैं, समाज में हिंदू धर्म संस्कृति के प्रति आस्था बढ़ी है,और मान्यता परंपराओं का निर्वहन समाज बढ़-चढ़कर कर रहा है, इस देश में ही नहीं बल्कि पूरी दुनिया में हिंदू संस्कृति का प्रभाव बढ़ रहा है।

हिंदू संस्कृति ही एक ऐसी संस्कृति है जो पूरी दुनिया में सुख और शांति की कामना करती है, हिंदू समाज राष्ट्र के उत्थान के साथ शांति और समरसता की बात करता है, यह चिंतन शिविर साेमवार दोपहर 1:00 बजे तक चलेगा। जिसमें प्रमुख रूप से आज विचार रखने वालों में पूज्य संत रामानुजाचार्य सुदर्शन आचार्य, रमन पुरी, अवधेश दास, लवकुश दास,कृष्णानंद,लाल बाबा सहित दर्जनों पूज्य संत चिंतन शिविर में शामिल विश्व हिंदू परिषद के केंद्रीय संत संपर्क प्रमुख अशोक तिवारी,केंद्रीय सह मंत्री हरिशंकर, क्षेत्र संगठन मंत्री गजेंद्र, क्षेत्र धर्माचार्य संपर्क प्रमुख जितेंद्र ,प्रांत धर्माचार्य सम्पर्क प्रमुख आद्या शंकर, ओम आनंद, योगेश तिवारी, वीरेंद्र मणि,प्राणनाथ,धनंजय,भूपेंद्र प्रताप सिंह,अनिल शुक्ला आदि उपस्थित रहे।

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(Udaipur Kiran) / रामबहादुर पाल

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