West Bengal

भाजपा को रोकने के लिए तृणमूल विधायक ने वाम-कांग्रेस को तृणमूल की छत्रछाया में आने का किया आह्वान

टीएमसी विधायक अपूर्व सरकार

मुर्शिदाबाद, 12 अक्टूबर (Udaipur Kiran News) । भाजपा को पश्चिम बंगाल की सत्ता में आने से रोकने के लिए अब पश्चिम बंगाल की सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस ने नया राजनीतिक समीकरण साधने की कोशिश शुरू की है। मुर्शिदाबाद जिला तृणमूल अध्यक्ष और कांदी के विधायक अपूर्व सरकार ने वाम दलों और कांग्रेस के कार्यकर्ताओं को ममता बनर्जी की छत्रछाया में आने का खुला निमंत्रण दिया है। उन्होंने कहा कि “सांप्रदायिक शक्तियों के खिलाफ लड़ने के लिए सभी को एकजुट होना होगा।”

कांदी के विधायक अपूर्व सरकार ने मुर्शिदाबाद के बेलडांगा ब्लॉक में आयोजित तृणमूल के विजया सम्मेलन में कहा कि कांग्रेस और वाम दल अब कभी भी राज्य में सत्ता में नहीं आ सकते। यह भविष्य स्पष्ट है। वे जो दो-चार प्रतिशत वोट पाते हैं, उससे सिर्फ भाजपा को फायदा होता है। सांप्रदायिक शक्तियों को लाभ न पहुंचाने के लिए उन्हें ममता बनर्जी की तृणमूल कांग्रेस की छत्रछाया में आना चाहिए।

उन्होंने आगे कहा, “अगर कांग्रेस और वाम दल तृणमूल के साथ नहीं आते, तो उनके मिले वोट सीधे तौर पर भाजपा के खाते में जाते हैं।”

हालांकि, इस पर प्रतिक्रिया देते हुए माकपा नेता सुजन चक्रवर्ती ने तीखा हमला किया। उन्होंने कहा कि यह सब बोगस (झूठा) है। बंगाल में भाजपा को तृणमूल ने ही लाया है। क्या अपूर्व सरकार इस बात की घोषणा करेंगे कि भाजपा को लाने की जिम्मेदारी किसकी थी? असल में भाजपा के उत्थान के लिए तृणमूल ही जिम्मेदार है। भाजपा को हटाने की बात कहकर तृणमूल खुद उसी रास्ते पर चल रही है। नाम अलग है, काम वही है।

राजनीतिक पर्यवेक्षकों का कहना है कि मुर्शिदाबाद जैसे मुस्लिम बहुल जिले में यह बयान तृणमूल की रणनीतिक चाल है, ताकि भाजपा के खिलाफ एकजुट वोट सुनिश्चित किए जा सकें।

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(Udaipur Kiran) / धनंजय पाण्डेय

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