

लखनऊ, 11 अक्टूबर (Udaipur Kiran News) । राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ शताब्दी वर्ष के उपलक्ष्य में देशभर में मण्डल व बस्ती स्तर पर पथ संचलन निकाल रहा है। वहीं संघ के सौ वर्षों की यात्रा में लखनऊ विश्वविद्यालय में शनिवार को पहली बार संघ कार्यकर्ताओं ने पथ संचलन निकाला। इस पथ संचलन में लखनऊ विश्वविद्यालय के विद्यार्थी और प्रोफेसर शामिल हुए।
संचलन से पहले राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ अवध प्रान्त के सह प्रान्त प्रचारक संजय ने स्वयंसेवकों को सम्बोधित किया। उन्होंने कार्यकर्ताओं से पंच प्रण के विषय को समाज के बीच लेकर जाने का आहवान किया। अध्यक्षता राष्ट्रीय वनस्पति अनुसंधान संस्थान के निदेशक अजीत शासने ने की। इस अवसर पर विभाग प्रचारक अनिल, सुमित अवस्थी, शरद व स्वयंसेवक उपस्थित रहे।
–लखनऊ विश्वविद्यालय से जुड़ी है भाऊराव की यादेंराजनीति शास्त्र विभाग के प्रोफेसर अमित कुशवाहा ने बताया कि उत्तर प्रदेश में संघ कार्य के सूत्रधार भाऊराव देवरस लखनऊ विश्वविद्यालय के विद्यार्थी थे। उनकी स्मृति में लखनऊ विश्वविद्यालय में भाऊराव देवरस द्वार बना है। संघ संस्थापक डा. हेडगेवार ने उन्हें लखनऊ भेजा था। भाऊराव ने लखनऊ विश्वविद्यालय में बी.काॅम तथा एल.एल.बी. में प्रवेश ले लिया। भाऊराव ने दोनों विषयों में स्वर्ण पदक प्राप्त किये। लखनऊ में वे संघ के साथ—साथ स्वाधीनता आंदोलन में भी सक्रिय रहे। उनके प्रयास से लखनऊ विश्वविद्यालय में सुभाष चंद्र बोस का एक भव्य कार्यक्रम हुआ था।
(Udaipur Kiran) / बृजनंदन
