
–‘डाकघर निर्यात केंद्र’ बन रहा स्थानीय उद्यमियों की वैश्विक बाजार तक पहुंच का सशक्त माध्यम : कृष्ण कुमार यादव–’राष्ट्रीय डाक सप्ताह’ का हुआ समापन,पोस्टमास्टर जनरल ने किया ग्राहकों से संवाद
प्रयागराज, 11 अक्टूबर (Udaipur Kiran News) । डाक विभाग निरंतर नई तकनीकों और नवाचारों के माध्यम से अपनी सेवाओं का विस्तार करते हुए समाज के प्रत्येक वर्ग तक प्रभावी रूप से पहुंच रहा है। ग्राहक सेवा को अपनी प्राथमिकता बनाते हुए, डाक विभाग आज पारम्परिक डाक सेवाओं से आगे बढ़कर व्यापक वित्तीय, लॉजिस्टिक और डिजिटल सेवाएं भी उच्च गुणवत्ता एवं दक्षता के साथ प्रदान कर रहा है।
डिजिटल युग में जहां मोबाइल, ईमेल और सोशल मीडिया का व्यापक प्रयोग है, वहां भी पत्रों और डाक सेवाओं की अपनी विशेष अहमियत बनी हुई है। आज भी तमाम महत्वपूर्ण दस्तावेज-सरकारी व कोर्ट संबंधी पत्रों के साथ आधार कार्ड, पासपोर्ट, ड्राइविंग लाइसेंस, वोटर आई कार्ड, पैन कार्ड, विभिन्न बैंकों की चेक बुक व एटीएम कार्ड इत्यादि डाकघरों से ही भेजे जाते हैं।
उक्त विचार पोस्टमास्टर जनरल कृष्ण कुमार यादव ने शनिवार को ’राष्ट्रीय डाक सप्ताह’ के समापन दिवस पर आयोजित ’कस्टमर मीट’ को सम्बोधित करते हुए व्यक्त किया। इस अवसर पर डाक सेवाओं के बारे में जानकारी दी गयी एवं विभिन्न निर्यातकों से परिचर्चा की गई। यह पहल स्थानीय व्यवसायों और उद्योगों को वैश्विक बाजारों तक पहुँचने में सहायता प्रदान करने के लिए महत्वपूर्ण कदम है। इस अवसर पर पोस्टमास्टर जनरल कृष्ण कुमार यादव ने डाक विभाग को महत्वपूर्ण व्यवसाय प्रदान करने वाले संस्थानों को सम्मानित भी किया।
उन्होंने कहा कि कस्टमर मीट का उद्देश्य बल्क ग्राहकों को स्पीड पोस्ट और पार्सल सेवाओं में हाल ही में शुरू की गई नई पहलों से अवगत कराना है। ताकि ओडीओपी, जीआई, एमएसएमई निर्यातक, ई-कॉमर्स व्यवसायी अपनी आवश्यकताओं के अनुरूप सेवाओं का लाभ उठा सकें। डाक विभाग विभिन्न व्यवसाय समूहों की आवश्यकताओं के अनुरूप विस्तृत और बहुआयामी योजनाएं संचालित कर रहा है। इनमें स्पीड पोस्ट, पार्सल, डाकघर निर्यात केंद्र, ई-पोस्ट, ज्ञान पोस्ट, बिज़नेस पोस्ट, डायरेक्ट पोस्ट, मीडिया पोस्ट, रिटेल पोस्ट, लॉजिस्टिक्स पोस्ट, ई-पेमेंट, आधार सेवाएं, पासपोर्ट सेवाएं आदि प्रमुख हैं।
पोस्टमास्टर जनरल ने कहा कि वाणिज्यिक निर्यात को बढ़ावा देने और निर्यातकों के लिए एक केंद्रीकृत, सरल और प्रभावी समाधान उपलब्ध कराने के उद्देश्य से डाकघर निर्यात केंद्रों की स्थापना की गई है। डाकघर निर्यात केंद्रों द्वारा स्थानीय उत्पादकों, विशेष रूप से ओडीओपी, जीआई, एमएसएमई से जुड़े व्यवसायों को वैश्विक बाजार तक पहुंच प्रदान की जा रही है, जिससे “वोकल फॉर लोकल” और “आत्मनिर्भर भारत” जैसी पहलों को मजबूती मिल रही है।
कृष्ण कुमार यादव ने कहा कि डाकघरों में पिकअप एंड इंडक्शन, पार्सल पैकेजिंग यूनिट, क्यूआर कोड से डिजिटल पेमेंट जैसी आधुनिक सेवाएं भी उपलब्ध हैं। अंतरराष्ट्रीय पार्सल बुकिंग के लिए ऑन स्पॉट कस्टम क्लियरेंस की सुविधा उपलब्ध है, जिससे अंतरराष्ट्रीय पार्सल बुकिंग प्रक्रिया सरल और शीघ्र हो गई है। विश्व भर में 200 से अधिक गंतव्य देशों और क्षेत्रों के लिए अंतरराष्ट्रीय पार्सल सेवा उपलब्ध है। स्वागत भाषण प्रवर अधीक्षक पियूष रजक और आभार ज्ञापन प्रवर अधीक्षक चिराग मेहता ने तथा संचालन चिरायु व्यास ने किया। मार्केटिंग एक्जीक्यूटिव दिपल मेहता द्वारा पॉवर प्वाइंट प्रेजेंटेशन के माध्यम से डाक सेवाओं के बारे में विस्तृत जानकारी दी गई।
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(Udaipur Kiran) / विद्याकांत मिश्र
