Jharkhand

अंतरराष्ट्रीय अपराधी मयंक सिंह उर्फ सुनील मीणा को घाघीडीह जेल में किया जाएगा शिफ्ट

मयंक सिंह उर्फ  सुनील मीणा

रांची, 11 अक्टूबर (Udaipur Kiran News) । झारखंड पुलिस द्वारा कड़ी मशक्कत के बाद गिरफ्तार किया गया अंतरराष्ट्रीय अपराधी मयंक सिंह उर्फ सुनील मीणा की जेल शिफ्टिंग की तैयारी शुरू कर दी गई है। जल्द ही मयंक सिंह का नया ठिकाना जमशेदपुर की घाघीडीह जेल होगा। जेल आईजी सुर्दशन मंडल की ओर से इस संबंध में शनिवार को निर्देश जारी कर दिए गए हैं।

विदेश से गिरफ्तार किए गए झारखंड के पहले अपराधी मयंक सिंह उर्फ सुनील मीणा को सुरक्षा के दृष्टिकोण से उपकारा से केंद्रीय कारा में शिफ्ट किया जा रहा है। जेल आईजी सुदर्शन मंडल ने बताया कि अज़रबैजान से गिरफ्तार कर लाया गया मयंक सिंह फिलहाल रामगढ़ जेल में है। लेकिन रामगढ़ जेल इस तरह के कैदियों के लिए बहुत ज्यादा सुरक्षित नहीं है। जेल प्रशासन की तरफ से मयंक सिंह को रामगढ़ जेल से किसी सेंट्रल जेल में शिफ्ट करने का आग्रह किया गया था। सुरक्षा के दृष्टिकोण से अब मयंक सिंह को पूर्वी सिंहभूम (जमशेदपुर )के अति सुरक्षित घाघीडीह जेल में शिफ्ट किया जाएगा। इस संबंध में निर्देश जारी कर दिए गए हैं।

कुख्यात गैंगस्टर रहे अमन साव और इंटरनेशनल गैंगस्टर्स बन चुके लॉरेंस के बेहद खास मयंक सिंह उर्फ सुनील मीणा झारखंड का ऐसा पहला अपराधी है जिसकी गिरफ्तारी विदेश से हुई और उसे बाकू से प्रत्यार्पण कर भारत लाया गया। राजस्थान का रहने वाला मयंक सिंह उर्फ सुनील मीणा बेहद कुख्यात अपराधी है। झारखंड पुलिस के अथक प्रयास के बाद मयंक सिंह को अजरबैजान देश की राजधानी बाकू से पिछले साल गिरफ्तार किया गया था। पिछले पांच साल तक झारखंड पुलिस को यही पता नहीं था की मयंक सिंह कौन है। एटीएस की टीम ने अथक प्रयास के बाद यह पता लगाया कि मयंक सिंह असल में सुनील मीणा है जो राजस्थान का रहने वाला है और विदेश में रहकर झारखंड में अपराधिक गतिविधियों का संचालन कर रहा है। इसके बाद उसके खिलाफ रेड कार्नर नोटिस जारी किया गया और अजरबैजान में पकड़ा गया था। अपराध की दुनिया में लॉरेंस और मयंक ने एक साथ कदम रखा था। अपराध के कई मामलों में मयंक जेल भी जा चुका है। लेकिन पिछले 2 साल वह मलेशिया में बैठकर लॉरेंस के कहने पर झारखंड के कुख्यात गैंगस्टर रहे अमन साव (मृत) के साथ काम कर रहा था। अमन और लॉरेंस के बीच की अहम कड़ी मयंक सिंह ही था। इंटरनेट कॉल के जरिए कारोबारी को धमकी देना मयंक सिंह का प्रमुख काम था। मयंक सिंह सोशल मीडिया पर बेहद एक्टिव था और मलेशिया में बैठकर सोशल मीडिया के जरिए अपने गैंग को लेकर खुलकर अपने विचार भी रखता था।

झारखंड पुलिस मुख्यालय के आंकड़ों के अनुसार मयंक सिंह के खिलाफ झारखंड के विभिन्न स्थानों में कुल 48 मामले दर्ज हैं। सबसे ज्यादा मामले मयंक के खिलाफ हजारीबाग जिले में दर्ज हैं। हजारीबाग के बड़कागांव, केरेडारी, कोर्रा, हजारीबाग सदर जैसे थानों में मयंक के खिलाफ 12 से अधिक केस दर्ज है। इसके अलावा रांची, रामगढ़, पलामू और गिरिडीह में भी मयंक सिंह के खिलाफ मामले दर्ज हैं।

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(Udaipur Kiran) / विकाश कुमार पांडे

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