Chhattisgarh

समाज में सकारात्मक बदलाव की मिसाल बनीं नशा मुक्ति कमांडो

कार्यक्रम में उपस्थित महिलाएं।
कार्यक्रम में शपथ लेते हुए अतिथिगण।

मोर गांव मोर अभियान के तहत महिला कमांडो प्रशिक्षण

धमतरी, 11 अक्टूबर (Udaipur Kiran News) । मोर गांव मोर अभियान के अंतर्गत सरपंच संघ एवं समाज कल्याण विभाग के संयुक्त तत्वावधान में शनिवार को कुरूद के विश्रामगृह में नशा मुक्ति महिला कमांडो प्रशिक्षण कार्यक्रम का आयोजन किया गया। कार्यक्रम में सैकड़ों महिला कमांडो ने भाग लिया।

इस प्रशिक्षण का उद्देश्य ग्राम पंचायत स्तर पर गठित नशा मुक्ति महिला कमांडो दलों को आत्मरक्षा, नेतृत्व विकास, कानूनी जागरूकता और आत्मनिर्भरता के लिए सशक्त बनाना है, ताकि वे समाज में सकारात्मक परिवर्तन की संवाहक बन सकें। कलेक्टर अबिनाश मिश्रा ने अपने संबोधन में कहा कि सरपंच संघ और समाज कल्याण विभाग द्वारा नशा और सामाजिक कुरीतियों को समाप्त करने के लिए किया जा रहा प्रयास अत्यंत सराहनीय है। उन्होंने कहा कि नशा जैसी बुराई को मिटाने की शुरुआत घर से करनी होगी। परिवार और समाज में नशे के दुष्परिणामों के प्रति लोगों को जागरूक करते हुए इसके खिलाफ आवाज उठाना प्रत्येक नागरिक की जिम्मेदारी है।

उन्होंने कहा कि सड़क दुर्घटनाओं के अधिकांश मामलों में नशा प्रमुख कारण होता है, इसलिए वाहन चलाते समय नशा न करें और यातायात नियमों का पालन करें। दुपहिया वाहन चालकों को हेलमेट पहनने और नियंत्रित गति से वाहन चलाने के लिए भी प्रेरित किया जाना चाहिए। इस दौरान उपस्थित सभी प्रतिभागियों को नशा मुक्ति की शपथ दिलाई गई। अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक मणि शंकर चंद्र ने कहा कि पुलिस प्रशासन सदैव जनता की सहायता के लिए तत्पर है। नशा या किसी भी प्रकार की अवैध गतिविधि की जानकारी तत्काल पुलिस को दें, ताकि समय पर कार्रवाई हो सके। पद्मश्री सामाजिक कार्यकर्ता शमशाद बेगम ने कहा कि नशा एक सामाजिक बुराई है, जिसके खिलाफ महिलाओं को एकजुट होकर संघर्ष करना होगा। संरक्षण अधिकारी अनामिका शर्मा ने महिलाओं को उनके कानूनी अधिकारों की जानकारी दी। इस अवसर पर एसडीएम कुरूद नभसिंह कौसरे, उपसंचालक समाज कल्याण मनीषा पांडे, सीईओ जनपद पंचायत कुरूद अमित सेन, नशा मुक्ति केंद्र अध्यक्ष मनोज साहू, सरपंच संघ अध्यक्ष सहित बड़ी संख्या में अधिकारी, कर्मचारी और महिलाएं उपस्थित थीं।

(Udaipur Kiran) / रोशन सिन्हा

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