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दिल्ली को “स्किल कैपिटल ऑफ इंडिया” बनाने के लिए उठाए जा रहे ठोस कदम : आशीष सूद

डीएसईयू के 6वें स्थापना दिवस के अवसर पर आयोजित कार्यक्रम संबोधित करते दिल्ली के शिक्षा मंत्री आशीष सूद

नई दिल्ली, 11 अक्टूबर (Udaipur Kiran News) । दिल्ली के शिक्षा मंत्री आशीष सूद ने कहा कि ‘स्किल इंडिया’ केवल एक मिशन नहीं बल्कि एक आंदोलन है, जो युवाओं को रोजगार और सम्मानजनक जीवन प्रदान करने की दिशा में अग्रसर है। उन्होंने कहा कि दिल्ली को “स्किल कैपिटल ऑफ इंडिया” बनाने के लिए ठोस कदम उठाए जा रहे हैं।

यह बातें शिक्षा मंत्री ने शनिवार को दिल्ली कौशल एवं उद्यमिता विश्वविद्यालय (डीएसईयू) के 6वें स्थापना दिवस पर आयोजित कार्यक्रम में कही।

शिक्षा मंत्री ने कहा कि वे यहां मंत्री के रूप में नहीं बल्कि स्किल डेवलपमेंट के माध्यम से परिवर्तन का साझेदार बनकर खड़ा है। शासन का अर्थ है अंतिम व्यक्ति तक सेवा पहुंचाना। हमारा दायित्व है कि हम डीएसईयू और इसके विद्यार्थियों की पहुंच और प्रभाव को दिल्ली से आगे तक विस्तृत करें। डीएसईयू वास्तव में स्किल इंडिया के विजन का जीवंत मॉडल है जहां शिक्षा, रोजगार और उद्यमिता एक साथ आगे बढ़ते हैं।

सूद ने कहा कि दिल्ली सरकार युवाओं को केवल डिग्री नहीं बल्कि कौशल, आत्मनिर्भरता से सशक्त बनाने और रोजगार के अवसर देने के लिए प्रतिबद्ध है। डीएसईयू इसी दृष्टि का परिणाम है जो युवाओं को उद्योग की आवश्यकताओं के अनुरूप प्रशिक्षण और उद्यमिता की दिशा में सक्षम बना रही है। उन्होंने विश्वविद्यालय के शिक्षकों, और विद्यार्थियों को बधाई देते हुए कहा कि डीएसईयू ने अल्प समय में अपने पाठ्यक्रमों, उद्योग-साझेदारी और रोजगार उन्मुख शिक्षा के क्षेत्र में उत्कृष्ट उदाहरण प्रस्तुत किया है।

शिक्षा मंत्री ने कहा कि दिल्ली सरकार शिक्षा क्षेत्र में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के मार्गदर्शन और मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता के नेतृत्व में सबका साथ, सबका विकास, सबका विश्वास के संकल्प के अनुरूप शिक्षा क्षेत्र में ठोस सुधारों और नवाचार को लेकर आगे बढ़ रही है। उन्होंने कहा कि सरकार विश्वविद्यालयों और शिक्षण संस्थानों से जुड़े लंबित विषयों के समाधान के लिए एक कोर कमेटी गठित करेगी जो समयबद्ध तरीके से समस्याओं का निस्तारण करेगी।

सूद ने यह भी कहा कि सरकार राष्ट्रीय युवा दिवस (12 जनवरी) को अब से हर वर्ष दिल्ली में विशेष रूप से मनाया जाएगा। वर्ष 2026 से यह आयोजन राष्ट्रीय स्तर पर होगा जिसमें देशभर के विद्यार्थी, नवोन्मेषक और युवा उद्यमी भाग लेंगे। उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय युवा दिवस केवल एक उत्सव नहीं बल्कि युवाशक्ति को राष्ट्रनिर्माण की शक्ति में बदलने का आंदोलन है। दिल्ली के विद्यार्थी भारत के भविष्य निर्माता बनें यही हमारे प्रयासों का लक्ष्य है।

डीएसईयू के कुलपति प्रो अशोक कुमार नागावत ने कहा कि विश्वविद्यालय की यात्रा और उपलब्धियों पर प्रकाश डालते हुए कहा क्राफ्टिंग एक्सीलेंस हमारा मूलमंत्र है। दिल्ली सरकार का विजन है कौशल के माध्यम से उद्यमिता को सशक्त बनाना। उन्होंने कहा एक कुशल व्यक्ति अवसरों से भरा होता है। उन्होंने डीएसईयू की उपलब्धियों का उल्लेख करते हुए बताया कि विश्वविद्यालय राष्ट्रीय शिक्षा नीति (NEP) के सिद्धांतों को अपनाने वाला देश का पहला संस्थान है जिसने मल्टीपल एंट्री-एग्जिट सिस्टम लागू किया है।

इस अवसर पर दिल्ली सरकार के शिक्षा सचिव, विश्वविद्यालय के चांसलर के साथ- साथ शिक्षक और छात्र भी उपस्थित रहे।

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(Udaipur Kiran) / धीरेन्द्र यादव

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