
खूंटी, 11 अक्टूबर (Udaipur Kiran News) । आरटीआई एक्टिविस्ट दिलीप मिश्रा ने ग्रामीण सुदूवर्ती क्षेत्रों में हाथियों के आतंक से ग्रामीणों को होनेवाली परेशानियों को लेकर राज्य सरकार से ध्यान देने का आग्रह किया है।
उन्होंने वन विभाग के मुख्य वन संरक्षक पदाधिकारी को पत्र लिखकर
हाथियों के उत्पात से हुए नुकसान की
क्षतिपूर्ती देने और भुक्ततभोगियों को
सुरक्षा देने की मांग की है। मिश्रा ने वन विभाग के मुख्य वन संरक्षक पदाधिकारी को शनिवार को
पत्र लिखकर कहा है कि खूंटी सहित पूरे राज्यभर में आए दिन ग्रामीण हाथियों के आतंक से परेशान रहते हैं। कई गांवों में ग्रामीण प्रतिदिन रात जगकर हाथियों से अपने घर-द्वार और खेतों में फसलों की रक्षा कर रहे हैं। फिर भी जब गांव में हाथियों का झूंड आता है तो धान सहित अन्य फसलों का नुकसान होता है और लोगों के जानमाल को लेकर भी खतरा बना रहता है।
हाथियों की वजह से जान माल की क्षतिपूर्ति और मौत होने पर सरकारी प्रावधानों के तहत तय सीमा तक मुआवजा देने का प्रावधान है। लेकिन सरकार न तो मुआवजा की राशि मुहैया कराती है और न ही ग्रामीणों को उनके गांव में घूसे जंगली हाथियों से सुरक्षा दिला पाती। इतना कुछ होने के बावजूद आजतक सरकार की ओर से कोई ठोस कदम ग्रामीणों की सुरक्षा को लेकर नहीं किया गया।
मिश्रा ने कहा कि हाथी के लिए ठोस रूप से अस्थायी कॉरिडोर निर्माण कराने के साथ-साथ हाथी के रहने का स्थायी समाधान निकालने की जरूरत है। स्थायित्व के अभाव में हाथियों का झूंड यहां से वहां भटकता रहता है। लोग इसके शिकार भी होते हैं। उन्होंने कहा कि जंगलों की अंधाधुंध कटाई से भी हाथी घनी आबादी में प्रवेश करने को विवश हैं।
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(Udaipur Kiran) / Manoj Kumar
