
श्रीनगर, 11 अक्टूबर (Udaipur Kiran News) । बीएसएफ के सहायक प्रशिक्षण केंद्र हुमहामा में आज 167 रिक्रूट कांस्टेबलों (ट्रेड्समैन) के लिए एक भव्य पासिंग आउट परेड आयोजित की गई जिसमें उन्हें सीमा प्रहरी के रूप में औपचारिक रूप से शामिल किया गया। देश भर से आए रिक्रूटों ने इस कार्यक्रम के दौरान कर्तव्यनिष्ठा की शपथ ली।
एसटीसी कश्मीर बीएसएफ के महानिरीक्षक सोलोमन यश कुमार मिंज मुख्य अतिथि थे और उन्होंने परेड का निरीक्षण किया जिसमें रिक्रूटों के 44 सप्ताह के असाधारण प्रशिक्षण पर प्रकाश डाला गया। रिक्रूटों ने हथियार संचालन, फायरिंग कौशल, कानून, ड्रिल और सीमा प्रबंधन में दक्षता हासिल की, साथ ही अपनी शारीरिक और मानसिक शक्ति को भी बढ़ाया।
बीएसएफ के एक प्रवक्ता ने कहा एसटीसी बीएसएफ कश्मीर के प्रशिक्षुओं द्वारा की गई कड़ी मेहनत के कारण उनकी शारीरिक क्षमता में भी कई गुना वृद्धि हुई है और अब वे शांति और युद्ध के दौरान राष्ट्र की सेवा करने के लिए शारीरिक मानसिक और पेशेवर रूप से तैयार हैं। इस अवसर पर बोलते हुए यश कुमार ने कहा कि रक्षा की प्रथम पंक्ति होने के नाते बीएसएफ अपनी स्थापना के बाद से न केवल सीमाओं की प्रभावी ढंग से रक्षा कर रही है बल्कि इसने अद्वितीय वीरता और दृढ़ संकल्प के साथ विदेशी प्रायोजित आतंकवाद और आंतरिक उग्रवाद से लड़ने में भी महत्वपूर्ण योगदान दिया है।
इस तथ्य को रेखांकित करते हुए कि सीमा पार से उत्पन्न होने वाले आतंकवाद और नार्काे टेरर के खतरों को समाप्त करने के लिए विभिन्न सुरक्षा एजेंसियों के बीच घनिष्ठ सहयोग और समन्वय आवश्यक है मुख्य अतिथि ने जोर देकर कहा कि एक कुशल तंत्र और प्रतिक्रिया प्रणाली के साथ बीएसएफ इन विशाल चुनौतियों का सामना करने के लिए पूरी तरह तैयार है।
रंगरूटों को संबोधित करते हुए एसटीसी कश्मीर के महानिरीक्षक ने आत्मविश्वास और उत्कृष्ट समन्वय के उत्कृष्ट प्रदर्शन की तहे दिल से सराहना की जो परेड का मुख्य आकर्षण था। उन्होंने बीएसएफ को एक कैरियर विकल्प के रूप में चुनने के लिए रंगरूटों की सराहना की और उन्हें साहस और उत्साह के साथ राष्ट्र की सेवा करने के लिए प्रेरित किया।
उन्होंने एसटीसी कश्मीर और अनुदेशात्मक कर्मचारियों को युवा युवाओं को अच्छी तरह से प्रशिक्षित सीमा प्रहरी के रूप में ढालने, उनमें आत्मविश्वास भरने और उन्हें अनुशासित जवान बनाने के उद्देश्य को प्राप्त करने में अथक प्रयास करने के लिए बधाई दी। उन्होंने रंगरूटों को उनके जीवन और सेवा में उज्ज्वल भविष्य की कामना की।
मुख्य अतिथि ने विभिन्न इनडोर और आउटडोर प्रशिक्षण गतिविधियों में उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले रंगरूटों को पदक प्रदान किए।
बीएसएफ के वरिष्ठ अधिकारी, अन्य सुरक्षा बल, प्रशिक्षुओं के माता-पिता और परिवार के सदस्यों ने इस यादगार परेड पर गर्व महसूस किया।
(Udaipur Kiran) / बलवान सिंह
