
शिमला, 11 अक्टूबर (Udaipur Kiran News) । मुख्यमंत्री सुखविंद्र सिंह सुक्खू ने शनिवार को राजधानी शिमला स्थित अपने सरकारी आवास ओकओवर से राष्ट्रीय एम्बुलेंस सेवा-108 में 26 नई एडवांस लाइफ सपोर्ट एम्बुलेंस को शामिल किया। इसके साथ ही स्वास्थ्य विभाग और राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन द्वारा आयोजित तम्बाकू मुक्त युवा अभियान 3.0 का भी शुभारंभ किया। इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश में वर्तमान में 241 एम्बुलेंस सेवा-108 योजना के अंतर्गत कार्यरत हैं, जो आपातकालीन परिस्थितियों में लोगों को त्वरित स्वास्थ्य सेवाएं प्रदान कर रही हैं। अब इस सेवा में 26 नई उन्नत सुविधाओं से लैस एम्बुलेंस को जोड़ा गया है, जिससे आपातकालीन स्वास्थ्य सेवाओं को और मजबूती मिलेगी।
मुख्यमंत्री ने बताया कि इन एडवांस लाइफ सपोर्ट एम्बुलेंस में जीवन रक्षक स्वास्थ्य उपकरण जैसे ट्रांसपोर्ट वेंटिलेटर, ईसीजी मशीन, आपातकालीन एम्बू बैग, ऑक्सीजन सिलेंडर, रक्तचाप निगरानी मशीन समेत कुल 19 प्रकार की आधुनिक जीवन रक्षक सुविधाएं उपलब्ध हैं। इन एम्बुलेंस को प्रदेश के सभी सरकारी मेडिकल कॉलेजों, जिला अस्पतालों, सिविल अस्पतालों और दूरदराज के इलाकों में तैनात किया जा रहा है ताकि आपात स्थिति में रोगियों को बेहतर चिकित्सा सुविधा मिल सके। एम्बुलेंस में प्रशिक्षित आपातकालीन चिकित्सा तकनीशियन की सुविधा भी उपलब्ध करवाई गई है, जो प्राथमिक उपचार प्रदान करने में सक्षम होंगे।
उन्होंने कहा कि राज्य सरकार स्वास्थ्य क्षेत्र को मजबूत बनाने के लिए लगातार काम कर रही है और प्रदेश के अस्पतालों में विश्व स्तरीय आधारभूत ढांचे का निर्माण किया जा रहा है। उन्होंने विश्वास जताया कि इन नई एडवांस लाइफ सपोर्ट एम्बुलेंस से प्रदेश में स्वास्थ्य सेवाएं और अधिक सुदृढ़ होंगी तथा मरीजों को समय पर चिकित्सा सुविधा मिल पाएगी।
इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने 60 दिन तक चलने वाले तम्बाकू मुक्त युवा अभियान 3.0 की भी शुरुआत की, जो आगामी 8 दिसंबर 2025 तक चलेगा। उन्होंने बताया कि यह अभियान युवाओं को तम्बाकू से दूर रखने की दिशा में सरकार की एक प्रभावी पहल है। इस अभियान में जनजागरूकता, तम्बाकू की रोकथाम और तम्बाकू नियंत्रण कानूनों के कड़ाई से पालन पर विशेष ध्यान दिया जाएगा।
मुख्यमंत्री ने कहा कि तम्बाकू का सेवन हर साल देश में करीब 1.35 लाख लोगों की जान लेता है और इससे कैंसर, हृदय रोग, फेफड़ों की समस्याएं जैसी गंभीर बीमारियां होती हैं। उन्होंने यह भी कहा कि तम्बाकू का सेवन अक्सर नशे की अन्य आदतों की ओर ले जाता है, इसलिए युवाओं के लिए सबसे अच्छा विकल्प यह है कि वे तम्बाकू से पूरी तरह दूरी बनाएं।
मुख्यमंत्री ने यह भी स्पष्ट किया कि प्रदेश सरकार तम्बाकू, ई-सिगरेट और हुक्का बार पर पूर्ण प्रतिबंध को प्रभावी रूप से लागू करने के लिए प्रतिबद्ध है। इसके लिए पुलिस और फ्लाइंग स्क्वॉड लगातार निगरानी करेंगे और अवैध गतिविधियों के विरुद्ध कड़ी कार्रवाई सुनिश्चित करेंगे। उन्होंने बताया कि तम्बाकू की दुकानों को नियंत्रित करने के लिए विक्रेता लाइसेंस प्रणाली लागू की जा रही है और शहरी व ग्रामीण क्षेत्रों में तम्बाकू आउटलेट की संख्या सीमित की जा रही है।
मुख्यमंत्री ने सभी जिलाधिकारियों, संबंधित विभागों और स्थानीय निकायों को निर्देश दिए हैं कि इस अभियान की सफलता सुनिश्चित की जाए और हर स्कूल तथा गांव को तम्बाकू मुक्त बनाने की दिशा में ठोस प्रयास किए जाएं। उन्होंने यह भी कहा कि प्रदेश के सभी स्कूलों, कॉलेजों और विश्वविद्यालयों को तम्बाकू मुक्त शैक्षणिक संस्थान दिशा-निर्देशों का कड़ाई से पालन करना अनिवार्य होगा। शैक्षणिक परिसरों के भीतर या आसपास तम्बाकू की बिक्री, उपयोग या विज्ञापन की किसी भी प्रकार की अनुमति नहीं होगी।
उन्होंने यह भी बताया कि स्वास्थ्य विभाग द्वारा सभी मेडिकल कॉलेजों और जिला अस्पतालों में निःशुल्क तम्बाकू त्याग सेवाएं प्रदान की जा रही हैं। इसके अतिरिक्त 109 नए दिशा केंद्रों में परामर्श सेवाएं भी उपलब्ध करवाई गई हैं, जिससे लोग तम्बाकू छोड़कर स्वस्थ जीवन की ओर अग्रसर हो सकें।
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(Udaipur Kiran) / उज्जवल शर्मा
