


अलवर, 11 अक्टूबर (Udaipur Kiran News) । शहर के उद्योग नगर थाना क्षेत्र के बख्तल की चौकी पर विशेष समुदाय के बदमाशों द्वारा एक युवक करण की हत्या के मामले में सामान्य अस्पताल में शनिवार को हिन्दू संघटनों ने विरोध प्रदर्शन किया। विश्व हिंदू परिषद, बजरंग दल और कई समाज के लोग आज अस्पताल में धरने पर बैठ गए। इस दौरान मृतक युवक के पिता सहित अन्य परिजनों का रो रोकर बुरा हाल था। लोग उन्हें संभाल रहे थे। मौके पर बड़ी संख्या में लोग एकत्रित हो गए। पुलिस और प्रशासन सहित कई जनप्रतिनिधि भी मौके पर मौजूद रहे। इस दौरान एक कमेटी बनाकर आठ मांगे प्रशासन के सामने रखी गई। मांग में परिवार की सुरक्षा, आश्रित में से एक को सरकारी नौकरी, आरोपितों की जल्द गिरफ्तारी, मुआवजा, आरोपितों के अवैध निर्माण पर बुलडोजर चलाने सहित कई मांगे शामिल थी। मांगों पर आश्वासन मिलने के बाद धरना प्रदर्शन समाप्त हुआ। इस दौरान शव का मेडिकल बोर्ड से पोस्टमार्टम कराया गया। अस्पताल में विधायक सुखवंत सिंह, विश्व हिंदू परिषद के प्रेम सिंह राजावत, प्रेम गुप्ता, पूर्व विधायक ज्ञान देव आहूजा, पूर्व उप जिला प्रमुख रमन गुलाटी, जिलाध्यक्ष कांग्रेस योगेश मिश्रा सहित सर्व समाज के लोग मौजूद रहे।
एडीएम सिटी बीना महावर और एडिशनल एसपी शरण कांबले गोपीनाथ ने युवक के परिजनों को भरोसा दिलाया कि आरोपितों की जल्द गिरफ्तारी की जाएगी और सभी मांगों पर कार्रवाई होगी। प्रशासन ने अवैध निर्माण को बुलडोजर से तोड़ने और अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई भी की। फिलहाल सर्व समाज ने पुलिस प्रशासन को 72 घंटे का समय दिया है कि आरोपितों को जल्द गिरफ्तार किया जाए। वरना बड़ा आंदोलन सर्व समाज की और से किया जाएगा।
उल्लेखनीय है कि अलवर में एक युवक पर लाठी-डंडे से हमला कर हत्या कर दी। हमले में युवक के भाई का भी हाथ टूट गया।
दोनों भाइयो चिंटू और करण पर 9 अक्टूबर की रात दस बजे हमला हुआ। दस अक्टूबर की शाम एक भाई की मौत हो गई थी। हत्या के बाद शनिवार सुबह माहौल तनावपूर्ण हो गया था। अस्पताल में इकट्ठा हुए हिंदू संगठन के लोगों ने हंगामा कर दिया था। दोपहर बाद समझाइश पर धरना खत्म कर दिया गया था।
मृतक देसूला निवासी करण मल्होत्रा (24) की मौत हुई। चिंटू ने 13 लोगों के खिलाफ एफआईआर दी है। एफआईआर में बताया नौ अक्टूबर को चिंटू अपनी पत्नी और बच्चों के साथ स्कॉर्पियो से घर लौट रहा था। बैंक के पास ढाबा चलाने वाला कमला कॉलोनी निवासी मुनफेद खान, अपने साथी दीनू, साहिल उर्फ सांडा, अगरू, इरफान, आशु, यूसुफ, साहिल, हाकम समेत करीब दस लोगों के साथ घात लगाए बैठा था। आरोपितों ने लाठी-डंडों से गाड़ी में तोड़फोड़ की और हमला कर दिया। इस दौरान उसने चचेरे भाई करण को कॉल किया। कुछ देर बाद उसका भाई करण, अमित और अंगद मौके पर पहुंचे थे।
बचाव करने के दौरान अली और मुनफेद ने साइकिल की रिम से करण के सिर पर वार किया था। इससे वह गंभीर घायल होकर गिर पड़ा। वहीं, चिंटू पर लोहे की रॉड से हमला किया, जिससे उसका एक हाथ फ्रैक्चर हो गया था। आरोप है कि आरोपित पाले खान ने देसी कट्टे से फायर करने की भी कोशिश की, लेकिन गोली नहीं चली थी। हमले के बाद आरोपित फरार हो गए। सूचना पर पुलिस भी मौके पर पहुंची थी।
साथियों ने करण और चिंटू को सानिया अस्पताल ले गए, जहां 10 अक्टूबर को करण की इलाज के दौरान मौत हो गई थी।
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(Udaipur Kiran) / मनीष कुमार
