
भरतपुर, 11 अक्टूबर (Udaipur Kiran News) । भरतपुर रेलवे स्टेशन पर नौ अक्टूबर को हुई अमेरिकी नागरिक डोरो थी ली की मौत के बाद शनिवार को उनका पोस्टमार्टम मेडिकल बोर्ड की निगरानी में करवाया गया। पोस्टमार्टम की प्रक्रिया पूरी होने के बाद शव उनकी बेटी नोएल ब्लू को सौंप दिया गया है। शव को भरतपुर से दिल्ली ले जाया जा रहा है, जहां से उसे अमेरिका भेजा जाएगा।
सीआईडी इंस्पेक्टर मोहन बंसल ने बताया कि डोरो थी ली की मौत की सूचना अमेरिकी दूतावास को भेजी गई थी। वहां से अनुमति मिलने के बाद पोस्टमार्टम की प्रक्रिया पूरी की गई। सभी कानूनी औपचारिकताएं पूरी करते हुए शव को उनकी बेटी नोएल को सुपुर्द कर दिया गया है।
जीआरपी थाना अधिकारी हजारी लाल मीणा के अनुसार, नौ अक्टूबर को डोरो थी ली अपनी बेटी नोएल और अन्य विदेशी पर्यटकों के साथ रणथम्भौर घूमने जा रही थीं। भरतपुर रेलवे स्टेशन के प्लेटफॉर्म पर अचानक उनकी तबीयत बिगड़ गई और सीने में तेज दर्द हुआ। साथ में मौजूद टूर गाइड प्रशांत चौधरी ने उन्हें तुरंत निजी अस्पताल पहुंचाया, जहां से उन्हें आरबीएम अस्पताल रेफर किया गया, लेकिन डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया।
महिला के शव का पोस्टमार्टम मेडिकल बोर्ड द्वारा कराया गया और अब उसे दिल्ली भेजा जा रहा है। वहां से आवश्यक प्रक्रिया पूरी होने के बाद शव को अमेरिका भेजा जाएगा। डोरो थी ली अपनी बेटी और लगभग 20 सदस्यीय ग्रुप के साथ भारत भ्रमण पर आई थीं। नौ अक्टूबर को वे आगरा से भरतपुर पहुंचीं और फतेहपुर सीकरी का भ्रमण भी किया था। भरतपुर से उन्हें ट्रेन द्वारा रणथम्भौर जाना था, लेकिन स्टेशन पर अचानक तबीयत बिगड़ने से उनकी मौत हो गई।
घटना के बाद से ही पुलिस और प्रशासन ने पूरी संवेदनशीलता के साथ दूतावास की समस्त औपचारिकताएं पूरी कीं। अब डोरो थी ली का पार्थिव शरीर अंतिम संस्कार के लिए अमेरिका भेजा जा रहा है।
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(Udaipur Kiran) / रोहित
