
–हस्तशिल्प कारीगरों को प्रदान की गयी डि.लिट. की मानद उपाधि
लखनऊ, 10 अक्टूबर (Udaipur Kiran News) । उत्तर प्रदेश की राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने शुक्रवार को लखनऊ के कैसरबाग स्थित सफेद बारादरी में ’ग्रामश्री’ एवं ’क्राफ्टरूट्स’ द्वारा आयोजित प्रदर्शनी का दीप प्रज्ज्वलन कर उद्घाटन किया। यह प्रदर्शनी 10 से 14 अक्टूबर तक आयोजित रहेगी। प्रदर्शनी में देशभर के पारम्परिक कारीगरों ने स्टोन वर्क, काष्ठ कला, धातु की प्रतिमा, शॉल, साड़ी, श्रृंगार सामग्री, आदि के स्टालों पर अपने उत्पादों का प्रदर्शन किया।
राज्यपाल ने उद्घाटन समारोह को सम्बोधित करते हुए कहा कि ’क्राफ्टरूट्स’ प्रदर्शनी कारीगरों के श्रेष्ठ कार्य और हमारी सांस्कृतिक विरासत को संरक्षित करने के लिए एक महत्वपूर्ण प्रयास है। उन्होंने प्रदेश के राज्य विश्वविद्यालयों द्वारा पांच हस्तशिल्प कारीगरों को प्रतिष्ठित ’डि. लिट.’ की मानद उपाधि प्रदान करने की सराहना की। कहा कि यह सम्मान पहले केवल पद्मश्री और पद्म विभूषण पुरस्कार विजेताओं को दिया जाता था। उन्होंने इसे हाथ से काम करने वाले कारीगरों की विरासत को संरक्षित करने और उनके उत्कृष्ट कार्य को मान्यता देने वाला एक महत्वपूर्ण कदम बताया। राज्यपाल ने बताया कि ‘भिक्षा से शिक्षा’ की ओर उन्मुख बच्चों को राजभवन द्वारा बैण्ड का प्रशिक्षण दिलाया गया और उन्होंने 26 जनवरी 2025 को विधानसभा के सामने आयोजित परेड में प्रथम स्थान प्राप्त कर सराहनीय प्रदर्शन किया।
इस अवसर पर प्रदेश के उप मुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक ने कहा कि यह प्रदर्शनी लगातार तीसरे वर्ष लखनऊ में आयोजित की जा रही है। यह केवल एक प्रदर्शनी नहीं, बल्कि भारत की पारम्परिक हस्तनिर्मित कला और कारीगरी को वैश्विक मंच तक पहुंचाने का एक सशक्त प्रयास है। उन्होंने प्रसन्नता व्यक्त करते हुए कहा कि प्रदर्शनी में देश के 22 से अधिक राज्यों के हुनरमंद कारीगरों के उत्पाद अपनी संस्कृति, परम्परा और कलात्मकता का उत्कृष्ट उदाहरण है। भारत में हस्तशिल्प की परम्परा प्राचीन काल से चली आ रही है और इस परम्परा को संजोने एवं आगे बढ़ाने में ऐसे आयोजनों की अहम भूमिका है।
कार्यक्रम में उत्कृष्ट कार्य करने वाले कारीगरों को चौधरी चरण सिंह विश्वविद्यालय, मेरठ, महात्मा ज्योतिबा फुले रुहेलखंड विश्वविद्यालय, बरेली, महाराजा सुहेलदेव विश्वविद्यालय, आज़मगढ़, प्रोफेसर राजेंद्र सिंह (रज्जू भय्या) विश्वविद्यालय एवं डॉ. राम मनोहर लोहिया अवध विश्वविद्यालय, अयोध्या द्वारा डी. लिट. की मानद उपाधि से सम्मानित किया गया। इस अवसर पर हस्तशिल्प कारीगरों द्वारा अपने अनुभव साझा किये गये तथा उपस्थित अतिथियों का उत्पाद भेंट कर स्वागत भी किया गया।
(Udaipur Kiran) / बृजनंदन
