
– मुख्यमंत्री ने राज्य सभा सांसद के लिए उद्याेगपति का करवाया नामांकन
चंडीगढ़, 10 अक्टूबर (Udaipur Kiran News) । भारत के चीफ जस्टिस पर जूता फेंकने की कोशिश की कड़ी निंदा करते हुए पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान ने आज कहा कि यह घटिया हरकत भाजपा की दलित विरोधी मानसिकता का परिणाम है।
राज्यसभा के लिए उम्मीदवार प्रमुख उद्योगपति रजिंदर गुप्ता द्वारा नामांकन पत्र दाखिल करने के अवसर पर पत्रकारों से बातचीत में मुख्यमंत्री ने कहा कि भाजपा अपने नफरत भरे प्रचार के माध्यम से कमजोर और पिछड़े वर्ग के लोगों के हितों को लगातार ध्वस्त करने का प्रयास कर रही है। उन्होंने कहा कि यह घटना उसी का परिणाम है। भगवंत सिंह मान ने कहा कि भारत के चीफ जस्टिस अपने पद पर कड़ी मेहनत और समर्पित भाव से कार्य कर रहे हैं और ऐसी घिनौनी हरकत वास्तव में निंदनीय है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार त्योहारों के सीजन को ध्यान में रखते हुए कानून-व्यवस्था की स्थिति पर कड़ी नजर रख रही है और किसी को भी राज्य की शांति और सद्भावना भंग करने की अनुमति नहीं दी जाएगी।
उन्होंने कहा कि पंजाब एक सीमावर्ती राज्य होने के नाते कई विरोधी ताकतें राज्य की शांति, प्रगति, खुशहाली और आम कानून व्यवस्था को प्रभावित करने का प्रयास करती रहती हैं। उन्होंने कहा कि हालांकि ऐसी ताकतों को सफल नहीं होने दिया जाएगा और किसी भी आपराधिक कार्रवाई का उचित जवाब दिया जाएगा।
उन्होंने नागरिकों से अपील की कि त्योहारों के दौरान वे सुरक्षित और शांतिपूर्ण तरीके से सभी पर्व मनाएं।
त्योहारों के सीजन में खाद्य सामग्री में मिलावट पर गहरी चिंता व्यक्त करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि उन्होंने स्वास्थ्य विभाग को इसकी जांच के लिए व्यापक अभियान शुरू करने के निर्देश दिए हैं।
पूर्व मंत्री नवजोत सिद्धू के राजनीति में पुनः सक्रिय होने पर मुख्यमंत्री ने तंज कसते हुए कहा कि कोई भी अपने समय और रुचियों के अनुसार राजनीति में शामिल या बाहर होने के लिए स्वतंत्र है।
उन्होंने कहा कि यह अच्छी बात है कि सिद्धू ने अपने अन्य रुझानों से समय लेकर एक बार फिर पंजाब को याद किया है। हालांकि उन्होंने कहा कि पूर्व क्रिकेटर से अब कोई नई और बेहतर उम्मीद नहीं की जा सकती क्योंकि उन्होंने अपना पुराना एजेंडा दोहराया है। मुख्यमंत्री ने नवजोत सिद्धू को अपने नए राजनीतिक सफर की शुभकामनाएँ दी।
मुख्यमंत्री ने पंजाब के नागरिकों से अपील की कि दीवाली के दौरान सावधानी बरतें और इसे सुरक्षित एवं पर्यावरण-अनुकूल “ग्रीन दीवाली” के रूप में मनाएं। उन्होंने कहा कि पटाखों के कारण अक्सर आंखों पर प्रभाव पड़ता है, इसलिए लोग इस पवित्र पर्व को मनाते समय अधिक से अधिक सुरक्षा रखें।
बाढ़ को लेकर विपक्षी दलों की आलोचना पर प्रतिक्रिया देते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि यह एक प्राकृतिक आपदा है और पंजाब में पहली बार नहीं आई है। उन्होंने कहा कि हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड और अन्य राज्यों में भी इस आपदा ने भारी तबाही मचाई है।
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(Udaipur Kiran) शर्मा
