शिमला, 10 अक्टूबर (Udaipur Kiran News) । शिक्षा मंत्री रोहित ठाकुर ने मंगलवार को कहा कि पंचायत चुनावों को स्थगित करने का निर्णय पूरी तरह प्रशासनिक और अधिकारियों की सिफारिशों पर आधारित था। उन्होंने भाजपा पर दोहरे मापदंड अपनाने का आरोप लगाया और कहा कि वर्ष 2022 में भाजपा ने खुद नगर निगम चुनावों में एक साल की देरी की थी।
मंत्री ने कहा कि 2023 में आई प्राकृतिक आपदाओं में राज्य को भारी नुकसान हुआ है, जिसमें 700 से अधिक लोगों की जान गई और 15,000 करोड़ रुपये से अधिक की क्षति हुई। बहाली और पुनर्वास कार्य अभी जारी हैं, ऐसे में चुनाव स्थगन जरूरी था। उन्होंने बताया कि कांग्रेस सरकार ने राज्य के संसाधनों से 4,500 करोड़ रुपये का राहत पैकेज जारी किया, जबकि भाजपा सरकार ऐसा करने में विफल रही थी।
रोहित ठाकुर ने विपक्ष पर केंद्र से राहत दिलाने में विफल रहने का आरोप लगाया और कहा कि भाजपा केवल निराधार आरोप लगाकर जनता को गुमराह कर रही है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस सरकार ने शिक्षा क्षेत्र में ऐतिहासिक सुधार किए हैं—7000 से अधिक शिक्षकों की नियुक्ति, 100 सरकारी स्कूलों को सीबीएसई से संबद्ध करने की योजना, डे-बोर्डिंग स्कूलों की स्थापना और डिजिटल व आधुनिक शिक्षा ढांचा विकसित किया गया है।
उन्होंने बताया कि राज्य अब शिक्षा के क्षेत्र में देश के शीर्ष पांच राज्यों में शामिल हो गया है। साथ ही विभिन्न छात्रवृत्ति योजनाओं और पोषण आहार कार्यक्रमों से लाखों छात्रों को लाभ मिला है।
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(Udaipur Kiran) शुक्ला
