
नई दिल्ली, 10 अक्टूबर (Udaipur Kiran News) । आम आदमी पार्टी (आआपा) के नेता और दिल्ली नगर निगम (एमसीडी) में नेता प्रतिपक्ष अंकुश नारंग ने स्थायी समिति की बैठक में ‘अंडर हिल रोड’ एजेंडे पर शुक्रवार को चिंता जताई। उन्होंने कहा कि यह एजेंडा तीसरी बार लाया गया, जो एक निजी बिल्डर की संपत्ति से संबंधित है, और इसे लेआउट प्लान में शामिल करने का प्रयास किया गया।
अंकुश नारंग ने शुक्रवार काे पार्टी मुख्यालय में पत्रकार वार्ता को संबोधित करते हुए बताया कि एजेंडा में खसरा नंबर को गलत तरीके से प्रस्तुत किया गया। वास्तविक भूमि क्षेत्र 11,800 गज होने के बावजूद दस्तावेजों में इसे मात्र 5400 गज दिखाया गया। उन्होंने दावा किया कि यह मामला 2004 से विवादित रहा है और कोर्ट में भी इसका केस चल चुका है। इसके अलावा 2021 में उत्तर एमसीडी ने इसी तरह के प्रस्ताव को अस्वीकार कर दिया था।
नारंग ने कहा कि फिर भी निगम की स्थायी समिति ने इसे पास करने का प्रयास किया। हालांकि, बैठक के दौरान कुछ अनियमितताओं के कारण एजेंडा को अंततः अस्वीकार कर दिया गया। इस प्रक्रिया पर सवाल उठाते हुए उन्होंने कहा कि एमसीडी को कर्मचारियों की मांगों, सफाई व्यवस्था और मच्छरजनित बीमारियों जैसे महत्वपूर्ण मुद्दों पर ध्यान देना चाहिए, न कि निजी बिल्डरों के हितों को प्राथमिकता।
नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि एमसीडी में जनहित के बजाय कुछ विशेष हितों को बढ़ावा दिया जा रहा है। उन्होंने एमसीडी को पारदर्शी तरीके से काम करने की सलाह दी और कहा कि ऐसे विवादास्पद मामलों को बार-बार लाने से निगम की विश्वसनीयता पर सवाल उठते हैं।
नारंग ने दिल्लीवासियों से अपील की कि वे एमसीडी के फैसलों पर नजर रखें और आवश्यकता पड़ने पर आवाज उठाएं।
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(Udaipur Kiran) / माधवी त्रिपाठी
