
तंजावुर, 10 अक्टूबर (Udaipur Kiran News) । तमिलनाडु के खाद्य एवं खाद्य आपूर्ति मंत्री चक्रपाणि ने तंजावुर जिले के ओराथानाडु और परुथियाप्पार कोविल क्षेत्रों में सरकार के प्रत्यक्ष धान खरीद केंद्र और खुले धान भंडारण गोदाम का निरीक्षण किया। इस दाैरान मंत्री चक्रपाणि ने कहा है कि इस साल धान की पैदावार पिछले 60 सालों में सबसे अधिक ऊंचाई पर पहुंच गई है।
मीडिया से बातचीत में उन्होंने कहा कि तमिलनाडु के डेल्टा जिले में धान की खेती का रकबा बढ़कर 6.31 लाख एकड़ हो गया है, जिससे धान की पैदावार पिछले 60 वर्षों में अभूतपूर्व स्तर पर पहुंच गई है। पिछले साल 3.87 लाख एकड़ में खेती हुई थी। प्रति हेक्टेयर 6 मीट्रिक टन धान का उत्पादन हुआ था।
अब तक, तमिलनाडु में 1728 प्रत्यक्ष धान खरीद केंद्र खोले जा चुके हैं और 7.02 लाख मीट्रिक टन धान खरीदा जा चुका है। इससे 97,125 किसान लाभान्वित हुए हैं। इसके अलावा, किसानों को 1606.65 करोड़ रुपये का भुगतान किया जा चुका है। पिछले वर्ष की तुलना में 52,212 अतिरिक्त किसानों से 3.92 लाख मीट्रिक टन धान खरीदा गया है और 851.65 करोड़ रुपये का भुगतान किया गया है।
वर्ष 2025-2026 के लिए, 3.02 लाख मीट्रिक टन क्षमता वाले 28 उपर्युक्त केंद्रों का भुगतान किया जा चुका है। 38 स्थानों पर 62,750 मीट्रिक टन क्षमता वाले धान भंडारण क्षेत्र और प्रसंस्करण गोदाम बनाए गए हैं। खरीदे गए धान को प्रतिदिन 12 से अधिक मालगाड़ियों और 4000 से अधिक ट्रकों द्वारा अन्य जिलों में ले जाया जा रहा है और मिलिंग एजेंटों को आपूर्ति की जा रही है।
डेल्टा जिलों से प्रतिदिन 35 हजार मीट्रिक टन धान बाहरी जिलों और गोदामों में भंडारण के लिए ले जाया जा रहा है। इस वर्ष धान की अधिक आवक के कारण डेल्टा जिलों में 3.34 लाख मीट्रिक टन क्षमता वाले 25 खुले भंडारण गोदाम खोलने की अनुमति दी गई है और 69,883 मीट्रिक टन धान का भंडारण किया जा चुका है।
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(Udaipur Kiran) / Dr. Vara Prasada Rao PV
