

रांची, 9 अक्टूबर (Udaipur Kiran News) । स्कूली शिक्षा एवं साक्षरता विभाग और झारखंड शिक्षा परियोजना परिषद (जेईपीसी) के तत्वावधान में खेलो झारखंड के तहत राज्य स्तरीय वूशु, ताइक्वांडो और तैराकी प्रतियोगिताओं का शुभारंभ गुरुवार को किया गया।
खेलगांव स्थित ठाकुर विश्वनाथ शाहदेव इंडोर स्टेडियम में वूशु, गणपत राय इंडोर स्टेडियम में ताइक्वांडो तथा सिद्धू कान्हु स्विमिंग स्टेडियम में तैराकी प्रतियोगिता आयोजित की जा रही है। प्रतियोगिता का संयुक्त उद्घाटन समारोह टाना भगत इंडोर स्टेडियम में हुआ, जहां अतिथियों ने विभिन्न् प्रतियोगिताओं का शुभारंभ किया।
इस अवसर पर वूशु, ताइक्वांडो और योग के खिलाड़ियों ने मनमोहक डेमोंस्ट्रेशन का प्रदर्शन किया।
वूशु, ताइक्वांडो, तैराकी योग सहित कई खेलों में खिलाडियों ने किया उत्कृष्ट प्रदर्शन
इस अवसर पर मुख्य अतिथि मधुकांत पाठक, महासचिव, झारखंड ओलंपिक संघ, विशिष्ट अतिथि शिवेंदु दुबे, कोषाध्यक्ष, झारखंड ओलंपिक संघ, संजय झा, महासचिव योग संघ, मिथलेश कुमार सिंह, उपाध्यक्ष, झारखंड ताइक्वांडो संघ, उपेंद्र तिवारी सहित अन्य गणमान्य उपस्थित रहे। अतिथियों को राज्य खेल कोषांग के सदस्यों ने पुष्पगुच्छ, अंगवस्त्र, पौधा और मोमेंटो देकर स्वागत किया।
दिनभर चली प्रतियोगिताओं में राज्य के विभिन्न जिलों से आए हजारों खिलाड़ियों ने वूशु, ताइक्वांडो, तैराकी के साथ-साथ योग, मुक्केबाजी, नेटबॉल, बास्केटबॉल, वेटलिफ्टिंग और मलखंभ जैसे खेलों में भी उत्कृष्ट प्रदर्शन किया।
खिलाड़ी राज्य टीम में चयन के लिए पसीना बहाते दिखे। मौके पर मुख्य अतिथि मधुकांत पाठक ने कहा कि एक अच्छा ओलंपियन बनने के लिए 10 हजार घंटे का अभ्यास जरूरी है। वहीं 16 वर्ष से कम उम्र के खिलाड़ियों को सप्ताह में सात से आठ घंटे ही अभ्यास करना चाहिए।
वहीं शिवेंदु दुबे, कोषाध्यक्ष, झारखंड ओलंपिक संघ ने कहा कि शिक्षा विभाग खेल प्रतिभाओं को निखारने में पूरी तरह समर्पित है। हमने जो सपना देखा था, वह आज धीरे-धीरे साकार होता दिख रहा है। स्वागत भाषण में धीरसेन ए सोरेंग, राज्य कार्यक्रम पदाधिकारी, जेईपीसी ने कहा कि खेलो झारखंड केवल एक आयोजन नहीं, बल्कि एक संकल्प है, झारखंड के हर गांव, हर स्कूल और हर घर में खेल की भावना को जगाने का। उन्होंने कहा कि शिक्षा विभाग का निरंतर प्रयास है कि गांव-गांव से उभरने वाली हर खेल प्रतिभा को समान अवसर मिले।
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(Udaipur Kiran) / Vinod Pathak
