
कठुआ, 09 अक्टूबर (Udaipur Kiran News) । डीसी कठुआ राजेश शर्मा ने आज राजस्व अधिकारियों की एक बैठक की अध्यक्षता की, जिसमें जिले भर में कार्यान्वित की जा रही प्रमुख भूमि एवं राजस्व संबंधी पहलों की प्रगति की समीक्षा की गई।
बैठक का उद्देश्य कार्य की गति का आकलन करना और राजस्व प्रशासन के विभिन्न घटकों के अंतर्गत लक्ष्यों की समय पर प्राप्ति सुनिश्चित करना था। बैठक के दौरान, गति शक्ति, मानचित्रों का डिजिटलीकरण, जमाबंदियों का डिजिटलीकरण, मसावी का पुनर्निर्माण और जिला रजिस्ट्रीकरण मामलों के निपटान आदि सहित कई एजेंडा बिंदुओं पर विस्तृत चर्चा हुई। एसीबी, समाधान और सीपीजीआरएएमएस, भूमि अधिग्रहण मामलों, पीएसजीए सेवाओं (फर्द जारी करना, सीमांकन और दाखिल खारिज का सत्यापन) और स्वामित्व योजना के माध्यम से प्राप्त शिकायतों की प्रगति की भी विस्तार से समीक्षा की गई। प्रत्येक घटक की विस्तृत समीक्षा करते हुए उपायुक्त ने अधिकारियों से निर्धारित लक्ष्यों को निर्धारित समय-सीमा में प्राप्त करने के लिए मिशन मोड में कार्य करने का आह्वान किया। उपायुक्त ने अधिकारियों को स्वामित्व योजना के अंतर्गत प्रगति में तेजी लाने और ग्रामीण क्षेत्रों में संपत्ति कार्ड निर्माण के लिए शत-प्रतिशत कवरेज सुनिश्चित करने के निर्देश दिए। उन्होंने शिकायत मंचों के माध्यम से प्राप्त होने वाले संपत्ति अधिग्रहण मामलों और शिकायतों के शीघ्र निपटान और सभी स्तरों पर जवाबदेही बनाए रखने पर भी जोर दिया। पीएसजीए सेवाओं के महत्व पर प्रकाश डालते हुए उपायुक्त ने क्षेत्रीय पदाधिकारियों को नागरिकों की अपेक्षाओं को पूरा करने और राजस्व प्रशासन में जनता के विश्वास को मजबूत करने के लिए फर्द जारी करने, सीमांकन और म्यूटेशन के सत्यापन जैसी सेवाओं का समय पर वितरण सुनिश्चित करने का निर्देश दिया। बैठक में कठुआ के अतिरिक्त उपायुक्त विश्वजीत सिंह, कठुआ के सहायक आयुक्त (राजस्व) विश्व प्रताप सिंह, तहसीलदार कठुआ और तहसीलदार नगरी ने भाग लिया। बैठक में वर्चुअल माध्यम से शामिल होने वाले अधिकारियों में एडीसी बसोहली, एडीसी बिलावर, एसडीएम बनी और एसडीएम हीरानगर के साथ-साथ अन्य तहसीलों के तहसीलदार शामिल थे।
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(Udaipur Kiran) / सचिन खजूरिया
