

जौनपुर, 09 अक्टूबर (Udaipur Kiran News) । वीर बहादुर सिंह पूर्वांचल विश्वविद्यालय में सोमवार को आयोजित 29वें दीक्षांत समारोह में राज्यपाल एवं कुलाधिपति आनंदीबेन पटेल की नाराजगी के बाद विश्वविद्यालय प्रशासन सख्त हो गया है। कुलपति प्रो. वंदना सिंह के आदेश पर कार्यवाहक कुलसचिव डॉ. विनोद कुमार सिंह ने बुधवार को दो छात्रावासों के वार्डन को तत्काल प्रभाव से हटा दिया। इसके साथ ही, मामले की जांच के लिए तीन सदस्यीय उच्चस्तरीय समिति का गठन भी किया गया है।
उल्लेखनीय है कि, राज्यपाल ने सोमवार को दीक्षांत समारोह के दौरान छात्रावासों में अव्यवस्था, ट्रांजिट हॉस्टल में अंग्रेजी शराब की बोतल मिलने और महिला छात्रावास में छात्राओं की कम उपस्थिति पर गंभीर नाराजगी व्यक्त की थी। इसके बाद, कुलपति प्रो. वंदना सिंह ने सीधे जिम्मेदारों पर कार्रवाई करते हुए ट्रांजिट हॉस्टल के वार्डन राजित राम सोनकर को पद से मुक्त कर मनीष प्रताप सिंह को नया वार्डन नियुक्त किया। महिला हॉस्टल में छात्राओं की संख्या कम पाए जाने पर वार्डन डॉ. पूजा सक्सेना को भी पद से हटा दिया गया। उनकी जगह मनोविज्ञान विभाग की अध्यापिका डॉ. अनु त्यागी को नई वार्डन की जिम्मेदारी सौंपी गई है। जांच के लिए गठित तीन सदस्यीय समिति में मुख्य प्राक्टर प्रो. राजकुमार सोनी, मुख्य वार्डन प्रो. सौरभ पाल और प्रो. अजय प्रताप सिंह शामिल हैं। समिति को जल्द से जल्द रिपोर्ट प्रस्तुत करने के निर्देश दिए गए हैं।
दीक्षांत समारोह के दौरान महंत अवेद्यनाथ संगोष्ठी भवन में लगभग एक मिनट के लिए बिजली कटने से अंधेरा छा गया था। इस घटना को लेकर कुलपति प्रो. वंदना सिंह के आदेश पर इलेक्ट्रिशियन व जेनरेटर इंचार्ज धीरज श्रीवास्तव को बुधवार को निलम्बित कर दिया गया है। कुलपति ने हॉस्टल की भोजन व्यवस्था को लेकर भी सख्त रुख अपनाया है। उन्होंने डॉ. मनीष कुमार गुप्त को खाद्य सामग्री व मसालों की नियमित जांच की जिम्मेदारी सौंपी है, ताकि छात्र-छात्राओं को गुणवत्तायुक्त भोजन मिल सके।
इस मामले में गुरुवार को जानकारी लेने पर कुलपति प्रो. वंदना सिंह ने कहा कि विश्वविद्यालय में अनुशासन, पारदर्शिता और जवाबदेही सर्वोच्च प्राथमिकता है। लापरवाही को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। उन्होंने जोर दिया कि यह संस्थान अकादमिक उत्कृष्टता के साथ प्रशासनिक शुचिता का भी उदाहरण बने। जांच के बाद दोषी पाए जाने वालों के खिलाफ भी कार्रवाई की जाएगी।
(Udaipur Kiran) / विश्व प्रकाश श्रीवास्तव
