
हरिद्वार, 9 अक्टूबर (Udaipur Kiran News) । आईसीआईसीआई बैंक की हरिद्वार शाखा में धोखाधड़ी और प्रतिरूपण का एक बड़ा मामला सामने आया है। कैश फ्री पेमेंट प्राइवेट लिमिटेड के निदेशक आकाश सिन्हा के कंपनी खाते से जुड़े डेबिट कार्ड का उपयोग कर लगभग 50 लाख की अनधिकृत खरीदारी और नकद निकासी की गई है।
शिकायत के आधार पर बैंक की आंतरिक जांच में पता चला है कि धोखाधड़ी करने वाले व्यक्ति ने स्वयं को आकाश सिन्हा बताकर फर्जी आधार कार्ड की प्रति प्रस्तुत कर बैंक शाखा से डेबिट कार्ड प्राप्त किया था। बैंक को शिकायत प्राप्त हुई कि कंपनी के खाते से जारी किया गया डेबिट कार्ड किसी अन्य व्यक्ति ने शाखा से प्राप्त कर लिया है। जब कि सिन्हा ने न तो किसी को अपने आधार की दी थी और न ही डेबिट कार्ड प्राप्त करने के लिए बैंक में कोई आवेदन किया था। शिकायत के बाद बैंक की गई जांच में सामने आया कि आकाश सिन्हा के नाम से आया डेबिट कार्ड 22 जुलाई 2025 को हरिद्वार के दिल्ली रोड शाखा से जिस व्यक्ति ने प्राप्त किया। उसने अपनी पहचान आकाश सिन्हा बताते हुए आधार कार्ड की प्रति प्रस्तुत की, जिस पर पता ‘केयर ऑफ रमेश गुप्ता, राम धाम कॉलोनी, नियर शिवालिक नगर, रावली महदूद बहादराबाद हरिद्वार उत्तराखंड’ अंकित था। कार्ड प्राप्त करने वाले व्यक्ति ने इस कार्ड का उपयोग करके विभिन्न माध्यमों से लगभग 50 लाख की धोखाधड़ी को अंजाम दिया। बैंक ने जब धोखाधड़ी में शामिल व्यक्ति की तस्वीरें स्थानीय ग्राहकों को दिखाईं, तो उसकी पहचान ध्रुव त्यागी के रूप में हुई। इस मामले में बैंक ने मुकदमा दर्ज होने के बाद पुलिस अब ध्रुव त्यागी की तलाश कर रही है और इस पूरे मामले की गहनता से जांच कर रही है कि इस धोखाधड़ी में और कौन-कौन शामिल हो सकते हैं और नकली आधार कार्ड कहां से बनवाया गया। यह घटना बैंक और ग्राहक दोनों के लिए पहचान, सत्यापन और सुरक्षा प्रोटोकॉल पर गंभीर सवाल खड़े करती है।
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(Udaipur Kiran) / डॉ.रजनीकांत शुक्ला
